पूर्णियां से बालमुकुन्द यादव की रिपोर्ट
पूर्णिया: एक पति ने गहना जेवर के लिए अपनी पत्नी और बच्चे को छोड़ दिया और दूसरी पत्नी गहना जेवर का मोह त्याग कर पत्नी की गलती को माफ कर रूठी पत्नी को मना कर अपने घर ले गया। मामला पुलिस परिवार परामर्श केंद्र का है
मीरगंज थाना रंगपुरा बस्ती की पत्नी का आरोप था कि जब वह गर्भवती हुई उसका पति उसे मायके पहुंचा दिया, सास ननंद भी घर छोड़ कर चली गई। संतानोत्पत्ति के समय डॉक्टर ने ऑपरेशन की बात कही से कोई सहारा नहीं था। अंत में गहना को बंधक रखकर ऑपरेशन कराई। पति जब गहना के लिए पत्नी पर दबाव बनाना शुरू किया तो पत्नी कहीं मेरी जान एवं बच्चे की सलामती जरूरी थी या गहना जेवर
केंद्र के सदस्यों ने पत्नी का पक्ष लिया तो पति को अपनी गलती एहसास हुआ। केंद्र ने समझाया पत्नी और बच्चा से अच्छा सोना का जेवर इसे फिर से कमाकर प्राप्त कर सकते हो लेकिन और पत्नी और संतान ऑपरेशन के बिना मर जाता है तो उसे कहां से प्राप्त करते? उसने अपनी गलती का एहसास किया और खुशी खुशी केंद्र से पत्नी को और बच्चों को विदा करा कर घर ले गया। पूर्णिया सिटी एक लड़की की शादी नेवालाल चौक पूर्णिया में हुई थी पति का आरोप था उसकी पत्नी गहना जेवर लेकर मायके में रख आई है, वही पत्नी का कहना था जब वह मायके से आई तो गोदरेज का ताला टूटा हुआ था और गहना जेवर गायब था
पति एवं सास इस बात पर अड़ी रही जब तक गहना नहीं मिलेगा तब तक लड़की की बीदागरी कराकर नहीं लाएंगे। केंद्र के सदस्यों द्वारा काफी समझाने बुझाने के बाद पति और सास गहना जेबर के लिए जिद पर अड़े रहे और पत्नी से नाता तोड़कर पति एवं बहू से नाता तोड़कर सास चली गई। केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक ने कहा यह जांच का विषय है की गहना किसके पास है इसलिए थाना की शरण लेने का सुझाव दिया गया। मामला को सुलझाने में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के संयोजिका सह महिला थाना अध्यक्ष किरणमाला सदस्य दिलीप कुमार दीपक, रविंद्र शाह जीनत रहमान, प्रमोद जायसवाल नारायण गुप्ता अहम भूमिका निभाई।
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