अमौर से सनोज कुमार की रिपोर्ट
वैसे ही किताबें भी हर विषम परिस्थिति में मनुष्य की सहायक होती है. किताबों में हर मुश्किल सवाल, परिस्थिति का हल छुपा होता है. इंसान किसी भी दुविधा में रहे, किताबों को पढ़ने से, समझने से उसकी सोच का विस्तार होता है. कुछ लोग किताबें पढ़ने के शौकीन होते हैं. वही संकूल समन्वयक मनोज कुमार ने बताया कि मनुष्य का उज्जवल भविष्य संवारने में पुस्तकालय का अहम योगदान है, क्योंकि जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरी है। शिक्षित व्यक्ति से परिवार और समाज का कल्याण होता है। वही संकुल समन्वयक सबी सरवर नूरानी ने बताया कि पुस्तकालय विशेष रूप से व्यक्तियो के पढनें और आदानप्रदान के लिए जो पुस्तकों का भंडार रखता है
और सेवाए निशुल्क प्रदान की जाती है आगे उन्होंने अपील की है कि बच्चे के उतीर्ण होने के उपरान्त उसके वर्ग की किताब दान करें, ताकि गरीब छात्रों को इससे लाभ मिल सके। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक अजहर हमद, मोहम्मद कासिम ,अब्दुल रब रहीम, मोहम्मद सद्दाम हुसैन, जयराम हरिजन, मोहम्मद अकील अंसारी , देवेन्द्र ठाकुर,सरबुल, सदाकत हुसैन,मोहम्मद दिलनवाज आलम, मोहम्मद मुस्तकिम, मोहम्मद तौकीर आलम एवं सुरेन्द्र प्रसाद यादव मौजूद थे।