पूर्णियां से बालमुकुंद यादव की रिपोर्ट
पूर्णियाँ में एकबार फिर भू माफिया और कर्मचारी का मिलीभगत से भू विवाद को बढ़ावा देने का मामला सामने आया है। कर्मचारी ने भू माफिया से मिलकर मोटेशन किया हुआ जमीन को दुबारा दूसरे के नाम से मोटेशन करने का मामला प्रकाश में आया है। इस बाबत जिला समाहर्ता और आरक्षी अधीक्षक को आवेदन भी दिया गया है।मामला बाघमारा/महराजगंज मौजा वार्ड नंबर 31,से जुड़ा हुआ है, जहाँ वर्ष 1978 में सीएस खाता संख्या 48 एम एस खाता 218 सीएस खेसरा 503 एमएस खेसरा 457/1307 रकवा 63 डिसमल जमीन केवाला द्वारा खरीद की गई थी। इनके नाम से जमावन्दी संख्या 2982 दर्ज कर नामांतरण शुद्धिपत्र भी जारी है
पीड़ित संतोष कुमार झा के पुत्र सूर्य प्रकाश झा,अधिवक्ता ने बताया कि अचानक किसी परिचित ने फोन कर बताया कि आपके जमीन पर कोई अवैध कब्जा कर रहा है। यहाँ से जाने के बाद ब्रोकरों द्वारा बताया गया कि यह जमीन उनलोगों के द्वारा खरीद ली गई है। जिसके बाद उनलोगों ने अमन वर्णवाल और आरती वर्णवाल के नाम का जमावन्दी भी दिखाया। श्री झा ने बताया कि एक ही जमीन का 2 बार मोटेशन कैसे हो सकता है, यह सरासर गलत है। पीड़ित ने बताया कि अगर पहला पक्ष ही सही है तो उनका भी मोटेशन अधिकारियों ने कैसे कर दिया?, यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार का घोतक है
उन्होंने बताया कि पहले जिन दो लोगों का मोटेशन किया गया उसमे भी दो-दो मोटेशन केस नंबर दिया हुआ है उक्त दोनों ब्यक्ति के नामांतरण शुद्धि पत्र में खेसरा और रकबा भी एक ही है ये भी गलत हुआ उनदोनो के साथ भी अधिकारियों ने चीटिंग की है। उसके बाद उसी जमीन को उक्त जमाबंदी धारी के वारिसों में से दो लोगों ने अपने हिस्से से ज्यादा जमीन ब्रोकर विजय कारण बरनवाल के कहने पर उनकी पत्नी और बेटे के नाम बेच दिया ,उन्होंने बताया कि अब ब्रोकर उन्हें जमीन छोड़ने की धमकी दे रहे है। इस बाबत एसपी को आवेदन भी दिया गया है
वहीं इस बारे में अधिवक्ता गौतम वर्मा का कहना है कि पूर्णिया के अंचल कार्यालय और निबंधन कार्यालय पर जमीन ब्रोकरों का राज है। पैसा लेकर अधिकारी गलत को सही और सही को गलत कर रहे है। अधिकारी पैसा लेकर गलत कर देते है, फिर उनका तबादला हो जाता है और यहाँ गरीब जनता को परेशानी भुगतना पड़ता है।