पूर्णियाँ /बालमुकुन्द यादव
राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल पूर्णिया में फर्जी रूप से नामांकन लेने आये मुन्ना भाई का कॉलेज प्रशासन ने नामांकन को रद्द कर दिया है। करीब 3 माह पूर्व इस युवक को सीबीआई ने छपरा से गिरफ्तार किया था। नामांकन रद्द करने की यह कार्यावाई राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के निर्देश पर जीएमसीएच पूर्णिया प्रशासन ने की है। इस संबंध में जीएमसीएच के प्राचार्य प्रो डॉ हरिशंकर मिश्र ने बताया कि सीबीआई ने पकड़े गए छात्र की सभी कागजातों की माँग की गई थी। जिसे जीएमसीएच कॉलेज प्रशासन ने सौप दिया था
सीबीआई जाँच में यह साबित हो गया कि युवक ने नीट यूजी परीक्षा में धोखाधड़ी की थी। उसके बदले किसी और ने परीक्षा दी थी। वहीं निर्देश मिलने के बाद कॉलेज प्रशासन ने छात्र का नामांकन रद्द कर दिया है।बता दे कि पूर्णिया में हाल ही में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हुआ है। यहाँ एमबीबीएस की 100 सीट है। नीट यूजी द्वारा एमबीबीएस 2024 बैच की परीक्षा पास होने के बाद एक छात्र अपना सारा दस्तावेज लेकर पूर्णिया नामांकन के लिए आया था। छात्र ने जब नामांकन बोर्ड के सामने अपना दस्तावेज दिया तो उसका मिलान नामांकन दिए गए दस्तावेज के साथ मेल नहीं खाया
परीक्षा के वक़्त एडमिट कार्ड पर चिपकाया गया फोटो और नामांकन के लिए आया छात्र का फोटो भी अलग अलग था। साथ ही उसके कॉलेज के शैक्षणिक प्रमाण-पत्र में भी वर्ष का अंतर पाया गया, ऐसा प्रतीत हो रहा था कि शैक्षणिक प्रमाण-पत्र भी कही से बनाया गया। जिसके बाद बोर्ड ने छात्र से एक शपथ पत्र देने को कहा कि सभी प्रमाण-पत्र उनके है। जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने नामांकन प्रक्रिया को फ्रीज करते हुए बीसीइसीइ को इसकी सूचना दी। वही बीसीइसीइ ने मामले को सीबीआई के सुपुर्द कर दिया। सीबीआई में केस दर्ज होते ही उक्त मुन्ना भाई को छपरा स्थित उसके घर से सीबीआई गिरफ्तार करते हुए अपने साथ दिल्ली लेकर चली गई।