पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़
पूर्णिया में लगातार पति और उसके परिवारों में झूठे दहेज प्रताड़ना के मामलें आ रहे हैं। जिस वजह से जेल से लेकर कोर्ट के चक्कर पतियों द्वारा लगाया जा रहा हैं। वहीं देश का कानून ही ऐसा है कि झूठे केस करने के बाद भी न कोर्ट न पुलिस महिला पक्ष पर एक्शन ले रही है। बिहार के पूर्णिया जिले के अमौर में 3 साल पूर्व मरी हुई पत्नी अचानक जिंदा हो गई। इस मृत पत्नी के हत्या के आरोप में पति, उसके माता पिता,भाई बहन सभी पुलिस और कोर्ट के चक्कर लगा रहे थे, जिससे सभी को मानसिक और आर्थिक परेशानी हो रही थी। जलालगढ़ थाना क्षेत्र के नहरटोला पीपरपांती निवासी फारुख अंसारी ने कोर्ट में कंप्लेन केस दर्ज किया था। जिसमे आरोप लगाया था कि उसकी बेटी रुखसाना खातून की शादी अमौर थाना क्षेत्र के मो. मसीक उम्र 24 वर्ष पिता मंसूर अंसारी, साकिन बसतपूर, पंचायत मझुवाहाट से हुई थी। शादी के एक सप्ताह बाद ही ससुराल वाले उसकी बेटी को 2 लाख रुपया दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे थे
अपने पिता से पैसा नहीं माँगने पर उसके साथ मारपीट किया जाता था। पिता ने आवेदन में जिक्र किया कि उसकी बेटी ने फोन पर अपने साथ हो रहे प्रताड़ना की कहानी बताती थी। जिसके बाद बेटी के ससुराल आकर लड़को वालो से बातचीत की। जिसमें लड़के के पिता द्वारा कहा गया कि मेरा बेटा प्यार के चक्कर मे फ्री में तुम्हारे बेटी से शादी कर लिया। अगर बेटे को कही ओर शादी करते तो दहेज में मोटी रकम मिलती। अगर अपनी बेटी को रखना चाहते हो तो 2 लाख रुपया की डिमांड पूरी करो। लड़की के पिता फारुख अंसारी ने बताया कि उसके बेटी के ससुराल वाले फोन भी छीन लिया था और किसी तरह से कोई कॉन्टेक्ट नहीं हो पा रहा था। एक दिन बेटी के ससुराल के आसपास के लोगो ने बेटी के गायब होने की सूचना दी। जब वे लोग बेटी के ससुराल गए तो बेटी नहीं थी। जिसके बाद लड़के के पिता मंसूर अंसारी ने बताया कि उसका बेटा अपनी पत्नी को लेकर सिक्किम कमाने के लिए गया हैं। जब फोन पर बात कराने के लिए कहा तो बताया गया कि सिक्किम में नेटवर्क नहीं पकड़ रहा है। जिसके बाद शक होने के बाद पूर्णिया कोर्ट में बेटी के अपहरण और हत्या का केस दर्ज किया गया
पिता ने कहा बेटे के प्रेम विवाह करने की सजा भुगत रहे
पूरे मामलें को लेकर लड़के के पिता मंसूर अंसारी ने बताया की अपने बेटे के प्रेम विवाह की सजा वे और पूरे परिवार भुगत रहे हैं। उसके बेटे मो.मसिक ने प्रेम विवाह कर लड़की को लेकर घर चला आया। बेटे की खुशी के लिए उनलोगों ने लड़की को बहु स्वीकार कर लिया। मगर लड़की के पिता को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। बार बार आकर अपने बेटी को साथ चलने को कहता था और कही अन्य जगह शादी करा देने की बात कहता था। शादी के बाद उसका बेटा जब सिक्किम अपने मामा के पास कमाने के लिए चला गया तो उसकी बहु भी अपने पिता के साथ मायके चली गई। अचानक एकदिन पता चला कि लड़की पक्ष द्वारा पूरे परिवार पर दहेज प्रताड़ना, अपहरण और हत्या का मामला दर्ज करवा दिया है। बेटे ने प्रेम विवाह किया था तो दहेज का कोई मामला ही नहीं था।
केस के बाद पूरा परिवार रहा परेशान
लड़की के पिता द्वारा कोर्ट कम्पलेन केस करने के बाद केस को अमौर थाना भेजा गया वहीं पुलिस के आने के बाद पूरा परिवार को घर छोड़कर भागना पड़ा। कोर्ट से सभी लोगो को बेल कराना पड़ा। वे लोग सभी जगह बोलते रहे कि उनलोगों ने कोई गुनाह नहीं किया हैं, मगर किसी ने एक नहीं सुनी। बताया जाता है कि लड़की कई दिन अपने घर मे रही वही पुलिस जांच शुरू होने पर पिता ने लड़की को अपने रिश्तेदार के यहाँ भेज दिया। वहीं लड़की जब अपने घर आई तो इसकी भनक ससुराल वालों को लग गई और पुलिस को सूचना देकर जलालगढ़ स्थित पिता के घर से लड़की को बरामद कर लिया
164 का बयान दर्ज करने के बाद पिता के सुपुर्द
देश के कानून के साथ खिलवाड़ करने वालो के लिए कानून भी इतना लचर है कि महिला को हिरासत में लेने के बाद उसका कोर्ट में 164 का बयान कराया गया, जिसके बाद महिला को पुनः उसके पिता के सुपुर्द कर दिया गया है। वहीं लड़की के पिता द्वारा अमौर थाना में दर्ज किया गया कांड संख्या 352/22 की भदवि धारा 363, 302, 304 (बी), 201, 120 (बी) अभी कुछ दिन और चलेगा, केस के अनुसंधानकर्ता द्वारा फाइनल रिपोर्ट समर्पित करने के बाद ही सभी केस से बरी हो पाएंगे। मगर अब भी लड़के पक्ष को कोर्ट का चक्कर लगाना पड़ेगा। वहीं लड़के पक्ष का कहना है कि लड़की के पिता ही लड़की को जगह जगह अपने रिस्तेदारो के यहाँ छुपाकर रख रहे थे। उन्हें मालूम हुआ है कि इसी 3 साल के दौरान उसकी शादी भी दूसरी जगह कर दी गई है। वही वे लोग 3 साल से भगोड़े की जिंदगी जी कर सजा भुगत रहे थे।