नहर की साफ सफाई में कार्यस्थल पर उपस्थित चार मजदूर,

मुरलीगंज /सिटी हलचल न्यूज 

मधेपुरा : मुरलीगंज प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा योजना के तहत नहरों के साफ सफाई के नाम पर सरकारी पैसे का लूट खसोट चरम पर है। रोजाना दर्जनों मजदूरों के नाम पर कार्यस्थल पर उपस्थिति दिखा कर औपचारिकता पूरी की जा रही है जबकि कार्य स्थल पर मजदूर लगाए ही नहीं जाते। मामला रामपुर सीमा से गंगापुर सीमा तक मुख्य नहर का है। रामपुर सीमा से गंगापुर सीमा तक मुख्य नहर के साफ सफाई का कार्य बीते कई सप्ताह से करवाया जा रहा है। बताया गया कि पंचायत की मुखिया प्रियंका कुमारी के पति राजेश रोशन पंडित उर्फ सिंटू पंडित के द्वारा उक्त साफ सफाई का कार्य मनरेगा योजना के तहत करवाया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि मुखिया पति अपने सहयोगी राजकुमार उर्फ राजू के साथ बाइक से दो तीन मजदूर को कार्य स्थल पर लेकर आते है


और कुदाल हाथ में पकड़ा कर विभिन्न एंगिल से फोटो खींचने के बाद वापस चले जाते है। यह सिलसिला बीते कई सप्ताह से हो रहा है। साफ सफाई भी सिर्फ उन्हीं स्थानों पर किया जा रहा है जो पहले से खाली है जबकि कई जगहों पर ग्रामीणों ने नहर के बीचोबीच अतिक्रमण कर साग सब्जी लगाया है तो कहीं बांस, और तो और खुशरूपट्टी के पास तो महादलित समुदाय के लोगों ने नहर के बीच में ही अतिक्रमण कर अपना झोपड़ीनुमा घर ही बना लिया है। मनरेगा योजना के तहत हो रहे इस मुख्य नहर की साफ सफाई को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि इस नहर में साफ सफाई का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि पिछले करीब तीस पैंतीस वर्षों से नहर में पानी नहीं आया है जबकि इस बीच में कई बार से ज्यादा साफ सफाई नाम पर औपचारिकता पूरी की जा चुकी है किंतु नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है। इसके कारण किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ता है

इस मामले को लेकर गंगापुर पंचायत के उपमुखिया दुष्यंत कुमार ने कार्यक्रम पदाधिकारी मुरलीगंज के नाम लिखित शिकायत कर समुचित जांच की मांग किया है। आवेदन देकर उन्होंने बताया है कि मुखिया पति और पंचायत रोजगार सेवक के मिली भगत से नहर के साफ सफाई के नाम लूट खसोट किया जा रहा है। क्योंकि पंचायत रोजगार सेवक कभी कार्यस्थल पर मौजूद नहीं होते है। सार सफाई के नाम पर मास्टर रोल में 77 मजदूर का नाम अंकित है और बिना काम के ही रोजाना उपस्थिति भी दिखाई जाती है जबकि अन्य ऐसे मजदूर को कार्यस्थल पर लाकर फोटो ली जाती है जिनका नाम मास्टर रोल में अंकित भी नहीं है। मामले में मनरेगा पीओ स्वतंत्र कुमार ने बताया कि मामले को लेकर लिखित आवेदन प्राप्त हुआ है। मामले की समुचित जांच कर कार्यवाई की जाएगी।

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