कार्तिक पूर्णिमा के अवसर गंगा सेनानियों ने आस्था की लगाई डुबकी।



गंगा स्नान को लेकर आने वाली भीड़ को लेकर शासन प्रशासन सजग थी। सभी घाटों पर गोताखोर नियुक्त थे।

कुरसेला सिटी हलचल न्यूज़।

कुरसेला के त्रिमोहिनी गंगा संगम तट, खेरिया गंगा घाट, जरलाही ठोकर पर श्रद्धालुओं ने किया गंगा स्नान। गंगा के त्रिमोहिनी संगम तट पर एवं विभिन्न घाटों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गंगा स्नान कर पूजा-अर्चना की। शुक्रवार को कोसी व सीमांचल, समेली तथा कुरसेला परिक्षेत्र के हजाराें श्रद्धालु चार पहिया वाहन , टेलर ट्रेक्टर, ऑटो तथा बाइक से गंगा तट पहुंचे। मान्यता है कि गंगा में एक बार डुबकी लगाने के बाद पूर्व जन्म के पाप के साथ अपने वर्तमान जीवन में किए गए कुकर्म का नाश हो जाता है। वही कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर होने वाली गंगा स्नान करने वाले भीड़ को देखते हुए अंचला पदाधिकारी सुश्री अनुपम ने बताया कि त्रीमोहिनी संगम स्थल, खेरिया, जरलाही गंगा घाट पर सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए सभी जगह गोताखोरों व कर्मचारी की नियुक्ति की गई थी। वही कुर्सेला पुलिस भी मुस्तैद दिखी। बता दें की गंगा स्नान करने को लेकर कुर्सेला नेशनल न 31 सड़क पर भी जाम लग गया था इसको लेकर कुर्सेला पुलिस तैनात थी और जाम को हटाने में जुटी हुई थी। वहीं हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी गंगा व कोसी के संगम तट पर कुरसेला बस्ती के  सुरेंद्र मंडल , अखिलेश मंडल, रामसेवक मंडल 


संगीता देवी के द्वारा संगम तट पर राधा-कृष्ण, शिव-पार्वती और गंगा मैया की प्रतिमा स्थापित कर 48 घंटे का अष्टयाम हरिकीर्तन किया गया है। इस पुनीत कार्य में बिंदेश्वरी बाबा, बुलाकी बाबा, लालधारी मंडल, धीरज मंडल, राजू मंडल, अखिलेश मंडल, राम सेवक मंडल, प्रमोद मंडल, मनोज राम, हरदेव मंडल, हीरा लाल दास आदि लोगों ने सक्रिय भूमिका निभाई।

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