कुरसेला में बाढ़ से त्राहिमाम ऊँचे स्थान पर पलायन कर रहे लोग



कुरसेला/राजशेखर

गंगा व कोसी नदी के जलस्तर मे लगातार वृद्धि से कुरसेला प्रखंड के सैकङो घरो मे पानी घूसा । वही पानी का जलस्तर खतरे के निशान से 132 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है।दर्जनो बाढ पीड़ित परिवार ने पलायन करने लगे है। गंगा व कोसी नदी से  घिरे सम्पूर्ण कुरसेला प्रखंड बाढ पानी मे डूबने के कगार पर आ गया है। प्रखंड  तथा  नगर पंचायत के पचखुटी, बाघमारा , मलिनिया, बलथी महेशपुर  , मिर्जापुर, गोबराही दीरा , पत्थर टोला , खेरिया , कुरसेला बस्ती, तीनघरिया ,मजदिया , कमलाकान्ही, मधेली , चाय टोला आदि  गांव के हजारो घरो मे बाढ पानी घूस चूका है। बाढ पीड़ित परिवार मचान पर , चौकी पर खाना बनाकर किसी जिन्दगी बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे है। वही स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि हम लोग ऊंचे स्थानों पर पलायन कर रहे हैं मगर वहां सरकार के द्वारा टुवेल लगाया जाए। जिससे हम लोग स्वच्छ पानी पी सके। और कम्युनिटी किचन सुखा राशन, पॉलिथीन, जानवरों के लिए चारा ,की मांग की है।


बाघमारा , पत्थर टोला , चांय टोला, सलमारी , गोबराही दीरा  मजदिया  गांव  का सङक सम्पर्क भंग हो चूका है  । नाव ही सहारा  है। कुरसेला मे बाढ के विकरालता को देख लोगो ने उचे स्थान की ओर पलायन शुरू कर दिया है। प्रखंड के कई सरकारी स्कूलों में पानी घुस चुका है पठन-पाठन बंद हो चुका है। वहीं कुछ स्कूलों में बच्चों को दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया गया है।आंगनबाड़ी केंद्रों में भी पानी घुस चुका है। बाढ़ काफी विकराल रूप ले रही है।


बाढ की विभीषिका के भय से सुरक्षित ठिकाने की तलाश में घर बार छोड़कर पलायन करने लगे  हैं। कई घरो मे बाढ पानी घूस गया है। जिससे बाढ प्रभावित लोग मचान , चौकी पर खाना बना रहे है। बाढ प्रभावित परिवार के घर मे पानी रहने से लोगो को काफी मुसीबत का सामना करना पङ रहा है। वही बाघमारा के समाज सेवी राकेश सिंह ने बताया कि अभी तक कोई भी नेता या जनप्रतिनिधि सांसद से लेकर पंचायत स्तर तक के कोई नेता इस हालत में सुधि लेने के लिए अभी तक नहीं आया। नहीं कोई गरीबों की मदद कर रहा है सिर्फ चुनाव के समय ही नजर आते हैं। वही जानकारी देते हुए अंचलाधिकारी अनुपम ने बताया कि पॉलीथिन वितरण किया जा रहा है। सभी जगह नाव परिचालन हो रहा है। जरूरत के अनुसार सारी सुविधाएं उपलब्धता कराई जाएगी सभी रिपोर्ट बनाकर हमारे वरीय पदाधिकारी को भेज दिया गया है। सुख राशन देने और कम्युनिटी किचन जल्द से जल्द चालू कराने की तैयारी में लगे हुए हैं। वही बताते चले कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अमरलाल ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगातार मेडिकल कैंप लगाया जा रहा है।जिसमें बाढ़ पीड़ित लोगों का स्वास्थ्य जांच कर दवाई वितरण किया जा रहा है।

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