रूपौली विकास कुमार झा
बिहार में सरकारी विद्यालयों की दशा और दिशा बदलने को लेकर बिहार सरकार नित्य नए नए आदेश जारी करते रहती हैं। लेकिन इससे इतर पूर्णिया जिले के रूपौली प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मध्य विद्यालय गैदूहा की बात ही अलग है, यहां के एच एम चितरंजन ठाकुर के लिए सरकारी आदेश कोई मायने ही नहीं रखता है इनके लिये तो लगता है जैसे कोई कानून ही नहीं बना है, इनका जब मन होता है शिक्षकों उपस्थिति पंजी में अकास्मिक अवकाश भर लेते हैं और जब मन किया तब उक्त तिथि में अपना हाजरी बना लेते हैं उक्त मामला तब प्रकाश में आया जब बच्चे लोग खेल उपकरण खेलने के लिए नहीं मिलने की वजह से हल्ला गुल्ला कर रहे थे। जिसके बाद रूपौली शिक्षा विभाग के बीपीएम अमित राज़ विद्यालय पहुंच जांच जब शुरू किए तो उच्च माध्यमिक विद्यालय सिंह पुर दियारा सह मध्य विद्यालय गैदूहा के प्रभारी प्रधानाध्यापक चितरंजन ठाकुर का एक से बढ़कर एक कारनामे खुलकर सामने आने लगी जिसमें वर्ग 10 में पढ़ा रही शिक्षिका नेहा कुमारी ने जो बताया वह तो काफी चौंकाने वाली बात थी कक्षा संचालन के लिये एच एम चितरंजन ठाकुर के द्वारा चोंक और डेस्टर उपलब्ध नहीं करवाई जाती है
जबकि विभाग के तरफ़ से हर चीज मिलता है। विद्यालय की महिला शिक्षिकाओं ने बताई की विद्यालय में शौचालय सही ढंग से नहीं है, पीने के लिये पानी नहीं है सहित अन्य कई आरोप विद्यालय की शिक्षक और शिक्षिकाओं ने प्रभारी प्रधानाध्यापक चितरंजन ठाकुर पर लगाया है।बीपीएम अमित राज़ ने बताया विद्यालय की जांच की है विद्यालय शिक्षकों उपस्थिति पंजी में भी छेड़छाड़ पाया गया है विद्यालय में वित्तीय अनियमितताएं भी पाई गई सभी विंदुओं पर जांच कर विभाग को भेजा गया है, विभागीय आदेशानुसार कारवाई की जाएगी।डीपीओ स्थापना कौशल कुमार ने कहा मामले की जांच की जा रही है।