नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों से ठगी करने वाले 5 ठग गिरफ्तार

 


बायसी का रहने वाला है मास्टरमाइंड

दवा पैकिंग के नाम पर पूर्णियाँ बुलाकर युवाओं से होती थी ठगी

पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़

पूर्णियाँ एसपी का कार्यभार संभालते ही कार्तिकेय शर्मा ने एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है। शहर के सदर थाना क्षेत्र सरना चौक,जनता चौक, पिंक सिटी में छापेमारी करते हुए करीब बंगाल के 150 युवाओं को रेस्क्यू किया। पुलिस की यह कार्यावाई दूसरे दिन भी जारी रहा। इस रैकेट में करीब 500 युवाओ के फसने की बात बताई जा रही हैं। सभी युवक पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों के हैं, जिन्हें मेडिसीन कंपनी में काम के बहाने पूर्णियाँ बुलाकर हाऊस अरेस्ट कर लिया गया था, फिर इनलोगों से अपने रिश्तेदार को यहाँ काम के बहाने बुलाने को कहता था। फिर उनसे भी पैसे की वसूली होती थी। 

बताया जाता है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड बायसी का आसिफ राजा हैं, जो बंगाल में मेडिसन कंपनी में लड़कों की जरूरत हैं, वेतन 17 हजार, रहना खाना मुफ्त का पोस्टर लगाते थे। फिर बंगाल से लड़को को पूर्णियाँ बुलाकर उनसे पैसे ले लेते थे, फिर उसी लड़के के मार्फत उनके दूसरे रिश्तेदार को फांसने के लिए बोलते थे। वहीं जैसे ही पूरे रैकेट की सूचना पूर्णियाँ में नवपदस्थापित एसपी कार्तिकेय शर्मा को मिली। उन्होंने एक टीम बनाकर सभी लड़को को ठिकाने पर छापेमारी की और एक एक कर करीब 150 लड़को को इस चंगुल से निकाला। ठगी के इस धंधे में कई लॉज संचालक भी शामिल हैं, वही जनता झील टोला स्थिती दास मार्किट का मालिक भी पूरे रैकेट में शामिल है, जिनके मकान से पूरे ठगी के धंधे का संचालन होता था। इन लोगो ने जेपी नगर, सरना चौक, पिंक सिटी में करीब 20 25 कमरों को किराए पर ले रखा था। जिनमें बंगाल से आये सभी लड़को को रखा जाता था।


घटना को लेकर पूर्णियाँ एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि फिलहाल 5 लोगों को इस मामलें में गिरफ्तार किया गया जो ठगी के इस धंधे में सहयोगी के काम करते थे। गिरफ्तार सभी लोग पश्चिम बंगाल के है जिनमें सुकुमार रॉय (उत्तर दिनाजपुर), तारा शंकर शर्मा (रामपुर हाट), मो.जहांगीर (उत्तर 24 परगना), विष्णु मंडल (बीरभूम) और एक अररिया जिले के मदनपुर का रहने वाला शिवपाल हेम्ब्रम शामिल है। वही पुलिस को इस गिरोह के मास्टरमाइंड मो.आसिफ रजा, मो.असरफ, मिस्टर जस्टिन और चंदन की तलाश हैं। 

वहीं घटना के बाद से सभी लॉज संचालक फरार हैं। इनलोगों ने ज्यादा पैसे की लोभ में बिना एग्रीमेंट के इन लड़को को किराए पर दे रखा था। सभी आरोपियों को जेल भेजने के बाद पुलिस अब इन लॉज संचालकों की संलिप्तता को खंगालेगी।

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