पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़
पिछले 2 जून को भवानीपुर में हुए गोपाल यादुका हत्याकांड के मामले में रुपौली के पूर्व विधायक बीमा भारती के पति अवधेश मंडल ने सोमवार को पूर्णिया न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। अधिवक्ता राजकुमार सिंह के मार्फत उन्होंने सीजीएम कोर्ट में अपना बेल फ़ाइल किया जहाँ बेल रिजेक्ट करते हुए अवधेश मंडल को 14 दिन के न्याययिक हिरासत में भेज दिया है। बता दे कि रुपौली उपचुनाव में सत्ता पक्ष ने गोपाल यादुका हत्याकांड को खूब भुनाया था। इस हत्याकांड में बीमा भारती के पति अवधेश मंडल और उनके पुत्र राजा मंडल अप्राथमिक अभियुक्त है। शूटरों द्वारा दोनों के नाम लिए जाने के बाद सरगर्मी से दोनों की तलाश कर रही थी। पूर्णिया से लेकर पटना तक बीमा भारती के आवास पर छापेमारी की गई थी। मगर दोनों पुलिस के गिरफ्त में नही आये। आज अवधेश मंडल नाटकीय ढंग से गाड़ी से आये और दौड़ते हुए सीजीएम कोर्ट चले गए।
गोपाल यादुका मर्डर मामले में पूर्णिया पुलिस ने पूर्व विधायक बीमा भारती के पति अवधेश मंडल और बेटे राजा को गोपाल यादुका की हत्या का साजिशकर्ता बनाया है। हत्याकांड के बाद से दोनों फरार थे। इससे पहले दोनों ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पूर्व MLA बीमा भारती के घर पर कुर्की-जब्ती का इश्तेहार चिपकाया था।
वहीं इससे पहले पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी विकास कुमार, ब्रजेश यादव, संजय भगत और विशाल राय को 48 घंटे की रिमांड पर लिया था। भवानीपुर थाने में लगातार कई घंटों तक इनसे पूछताछ होती रही। पूर्णिया डीआईजी विकास कुमार और एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा खुद मौजूद रहे। इसी दौरान दोनों ने इस हत्याकांड में दोनों की संलिप्ता के राज उगले थे। हालांकि तब बीमा भारती ने मीडिया के सामने आकर अपने पति और बेटे का बचाव किया था। बता दें कि बीमा भारती रुपौली से पांच बार की विधायक रह चुकी हैं। जदयू से इस्तीफा देकर बीमा भारती ने बतौर राजद प्रत्याशी लोकसभा का चुनाव लड़ा था। मगर इस चुनाव में उन्हें करारी हाल झेलनी पड़ी। इसके बाद बीमा भारती ने रुपौली की खाली पड़ी विधानसभा उपचुनाव में छठी बार अपना हाथ आजमाया। इस चुनाव में भी उनकी निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह के आगे हार का मुंह देखना पड़ा। लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव दोनों में ही वे तीसरे नंबर पर रही।