विभिन्न 11 सूत्री मांग के समर्थन में एक दिवसीय धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया।
मुरलीगंज मधेपुरा
भूमिहीनों को वास, जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री आवास, सभी वृद्धों को पेंशन देने एवं बढ़ते अपराध एवं भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, मधेपुरा जिला को सुखार क्षेत्र घोषित करने, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने आदि मांगों को लेकर भाकपा ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर रोषपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया। आंदोलनकारी ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
भाकपा के कार्यकारी अंचल मंत्री रमेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि आज देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है। शासन और प्रशासन लोकतंत्र को कुचलने पर आमदा है। उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों का तांडव जारी है। कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है।
भूमिहीन एवं गरीब कीड़े मकोड़े की जिंदगी जीने को विवश है।
बिहार सरकार की अभियान बसेरा वन एवं टू टांय टांय फीस बन कर रह गया। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार गरीबों की नहीं कॉरपोरेटों की है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट के अनुसार अब सरकारी नौकरी नहीं, निजी कंपनियों में रोजगार मिलेगा, तो मोदी जी बताओ दलितों और पिछड़ों के आरक्षण का क्या होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार एक साजिश के तहत आरक्षण को समाप्त करने पर आमदा है। उन्होंने कहा कि महंगाई की मार से परेशान जनता को कोई राहत नहीं दी गई। आवश्यक सामानों एवं जीवन रक्षक दवाओं की बढ़ती महंगाई से आम लोगों का जीना दुभर हो गया है। भाकपा नेता प्रभाकर ने कहा कि किसानों का ऋण माफ नहीं होगा, एमएसपी नहीं मिलेगा, परंतु कॉर्पोरेटों का टैक्स एवं ऋण माफ होगा। केंद्र व राज्य सरकार को जन विरोधी बताते हुए संघर्ष तेज करने का आह्वान किया। भाकपा के जिला मंत्री विद्याधर मुखिया ने सभी गांवों के भूमिहीनों को शीघ्र ही वासगीत पर्चा देने, सभी पर्चाधारियों को जमीन पर कब्जा दिलाने, राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की अवधि दिसंबर तक बढ़ाने एवं बीपीएल परिवार के बिजली कनेक्शन काटने पर रोक लगाने, गलत बिजली बिल का निष्पादन शिविर लगा कर करने, मधेपुरा जिला को सुखार क्षेत्र घोषित करने, किसानों का ऋण माफ करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो संघर्ष तेज और उग्र होंगे और इसके लिए शासन और प्रशासन जिम्मेवार होगा। भाकपा के वरीय नेता रमण कुमार ने बाढ़ और सुखार का स्थायी निदान करने, विकास योजनाओं एवं गरीबी उन्मूलन योजनाओं में व्याप्त लूट पर रोक लगाने, दाखिल खारीज में व्याप्त धांधली पर रोक लगाने एवं प्रखंड कार्यालय को दलालों से मुक्त करने की मांग की। भाकपा के अंचल मंत्री अनिल कुमार भारती एवं भाकपा के सहायक अंचल मंत्री मो सिराज ने कहा कि केंद्र में किसानों की नहीं कंपनियों की सरकार है। उन्होंने कहा कि किसानों एवं गरीबों पर अत्याचार नहीं सहेंगे, इनकी हकमरी हुई तो भाकपा आर पार की लड़ाई लड़ेगी।
कार्यक्रम के अध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा ने कहा कि जनता का शोषण बदस्तूर जारी है, प्रखंड सह अंचल कार्यालय भ्रष्टाचार का केंद्र बना हुआ है, लगातार वार्ड सदस्यों और किसानों मजदूरों की अनदेखी हो रही है, इसे भाकपा बर्दाश्त नहीं करेगी, हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम संघर्ष तेज करेंगे। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में पार्टी के वरीय नेता मो अख्तर, शिवजी साह, रोशन यादव, सुखदेव दास, इंदल पसवान, अजय कुमार राम, रवींद्र पासवान, दिनेश ऋषिदेव, फुलेश्वर यादव,अनोज ऋषिदेव,
मो रिजवान, मंजूर, अरमान अली, नरेश ऋषिदेव, मनोरमा देवी, वकील यादव, अवध ऋषिदेव, नागो ऋषिदेव आदि बड़ी संख्यां भूमिहीन मजदूर शामिल थे। कार्यक्रम के
अंत में प्रदर्शनकारियों का प्रतिनिधि मंडल 11 सूत्री मांगों का स्मार प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को सौंपा।