पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़
पूर्णिया के जलालगढ़ प्रखंड के सांपा रहिका गांव में फाइलेरिया
और एल्बेंडाजोल की दवा खाने से करीब 40 लोगों की हालत बिगड़ गई। इनमें 17 पुरुष, 15 महिलाएं और करीब 8 बच्चे शामिल हैं। वहीं इनके बीमार पड़ते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। इनके तबियत बिगड़ने के फौरन बाद सभी को जलालगढ़, कसबा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कराया गया। जहां 5 से 7 लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए हुए इन्हें जीएमसीएच पूर्णिया लाया गया। जहां डॉक्टरों की निगरानी में सभी का इलाज जारी है। हालांकि इनकी तबियत किन
वजहों से बिगड़ी डॉक्टर इस मामले की जांच में लगे हैं।
बताया जाता है कि सांपा रहिका गांव के आशा द्वारा फाइलेरिया और एल्बेंडाजोल की दवा खिलाने के ठीक बाद ही ग्रामीणों की तबियत बिगड़ने लगी। दवा खाने के बाद सभी को उल्टी, दस्त, सिर में चक्कर और दांत आने जैसी शिकायत आ रही है। इनमें से अधिकांश को बेहतर इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलालगढ़ लाया गया है। जबकि कुछ की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें पूर्णिया के जीएमसीएच स्थित ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया है। वहीं इस मामले के बाद से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर मेडिकल कॉलेज में अफरातफरी का माहौल है। गोली खाकर बीमार पड़ने वाले ग्रामीणों में लकारी पासवान, रितु देवी, सदन लाल पासवान, काजल कुमारी, मधु कुमारी, जयमाला देवी, गीता देवी, तेतरी देवी, विभा देवी, नीतू देवी, मधु कुमारी समेत करीब 40 लोग शामिल हैं।
जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि फाइलेरिया अभियान के तहत आशा गांव में आई। फाइलेरिया से बचाव की बात बतलाते हुए आशा ने
उन्हें फाइलेरिया और एल्बेंडाजोल की 8 गोलियां खिलाई थी। इन्हें ये गोली दो से ढाई बजे के आसपास खिलाई गई। 4 से 5 बजे तक लोगों की तबियत बिगड़ने की शिकायतें आने लगी और तबियत बिगड़ने लगी। रात होते -होते पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलालगढ़ और फिर पूर्णिया जीएमसीएच ऐसी शिकायत लेकर पहुंचने वाले पेशेंट से भर गया।