पूर्णियाँ/सीटीहलचल न्यूज़
पूर्णिया में एक बार फिर मानव तस्करी का खौफनाक कहानी सामने आयी है। देह ब्यापार के दलदल में फसी एक महिला को सदर थानाध्यक्ष ने तत्परता दिखाते हुए मुक्त करवाया है। बताया जाता है कि शहर के सदर थाना अंतर्गत कटिहार मोड़ रेड लाइट एरिया में कोलकाता की एक महिला के साथ जबरदस्ती विगत 3 माह से देह व्यापार का धंधा कराया जा रहा था। जिसकी सूचना पर कोलकाता से पति अपनी पत्नी को ढूंढते हुए पूर्णियाँ पहुँचा और पूर्णिया पुलिस की मदद से रेड लाइट एरिया में छापेमारी कर महिला को रेस्क्यू कराया। घटना के संबंध में पीड़ित पीड़ित पति ने बताया कि वह बेगूसराय जिले के बरौनी थाना क्षेत्र का रहने वाला है और वर्तमान में कोलकाता में प्राइवेट नौकरी करता हैं। एक दिन दोनों पति पत्नी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ जिसके बाद पत्नी अपने दोनों बच्चो को लेकर घर से निकल गई। ड्यूटी से आने के बाद सभी को काफी ढूंढने का प्रयास किया मगर नहीं मिली, तब हुगली के टाउन थाना में तीनों की गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी। करीब तीन महीने से लगातार वह अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को ढूंढ रहा हैं। पीड़ित ने बताया कि उसके मोबाइल पर अचानक एक ब्यक्ति का फोन आया और बताया कि उसकी पत्नी बिहार के पूर्णियाँ में है। जिसके बाद उस ब्यक्ति उसकी पत्नी का रोते हुए फोटो भी भेजा। फोटो देखकर पति ने अपनी पत्नी की पहँचान की। जिसके बाद पति पूर्णियाँ आकर उस ब्यक्ति से मिला और उस ब्यक्ति ने कटिहार मोड़ के रेडलाइट एरिया के उस घर को दिखा दिया जहाँ उसकी पत्नी से देह ब्यापार कराया जा रहा था। साथ ही जान की खतरा की बताकर अकेले जाने से भी मना कर दिया। जिसके बाद युवक ने पूर्णियाँ एसपी कार्यालय जाकर एसपी से मिलकर सारी बात बताने का फैसला लिया। वही काफी देर तक एसपी के न मिलने पर डीआईजी से मदद माँगी गई। वही डीआईजी के पहल पर युवक को सदर थाना भेजा गया। युवक ने थाना जाकर थानाध्यक्ष राजीव कुमार लाल को पूरी बात बताई। जिसके बाद मामलें की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष ने महिला को रेस्क्यू करने के लिए तुरंत एक टीम बनाई, जिसमें महिला थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी को भी शामिल किया गया। जिसके बाद चिन्हित घर पर दबिश दी गई। वही रेडलाइट एरिया में पुलिस की गाड़ी घुसते ही अफरातफरी मच गई। सभी संचालिका और सेक्सवर्कर इधर उधर भागने लगी। वहीं पहले से बाहर खड़ी चकला घर संचालिका मधु पुलिस को देख हल्ला करते हुए भाग निकली। वहीं उसके घर के सभी सेक्सवर्कर भी इधर उधर भागने लगी। वहीं इसी भीड़ में अपनी पत्नी को भागते देख पति ने उसकी पहचान की, जिसके बाद उसे सकुशल रेस्क्यू करा लिया गया। वही संचालिका मधु और उसका पति मो.कुदरत पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा।
बच्चें को बंधक बनाकर करवाया जा रहा था धंधा
वहीं घटना के संबंध में पीड़ित महिला ने बताया कि उसका मायके बिहार के सीतामढ़ी में है। पति से झगड़ा करने के बाद वह अपने दो बच्चों के साथ स्टेशन आ गई। वहाँ हाटे बजारे ट्रैन में बैठ गई। वही मुझे परेशान देख एक ब्यक्ति ने परेशानी का कारण पूछा। जिसके बाद उसे सारी बात बता दी। महिला ने बताया कि ट्रैन में सफर कर रहे ब्यक्ति ने उसे एक घर मे घरेलू काम हेतु नौकरी लगवा देने का वादा किया और उसे पूर्णियाँ ले आया। महिला ने बताया कि वह पूर्णियाँ से अंजान थी, उसे एक घर मे लाया गया जहाँ एक महिला ने उसे घरेलू काम के लिए रख लिया। मगर दूसरे दिन उसे पता चला कि यह रेड लाइट एरिया है। वहीं उसके दोनों बच्चों को भी उससे छीन लिया गया और देह ब्यापार के लिए मजबूर किया गया। महिला ने बताया कि संचालिका मधु और उसका पति कुदरत उसे देह ब्यापार के लिए कहता था, नहीं तो बच्चें को मार देने की धमकी देता था। जिसके बाद मजबूरी में उसे देह ब्यापार करना पड़ता था। पीड़िता ने बताया कि उसे बाद में पता चला कि ट्रैन में मिले ब्यक्ति ने उसे 50 हजार रुपये में यहाँ बेच दिया है।
ग्राहक ने दलदल से कराया मुक्त
बताया जाता है कि कई ग्राहक उसके पास आते थे और कइयों को उसने अपनी आपबीती सुनाई थी, मगर किसी ने मदद नहीं की। वही एक ग्राहक ने तरस खाकर उसे अपना फोन दिया जिससे अपनी माँ और पति से बात की। वही ग्राहक ने महिला का रोते हुए फोटो खींच लिया और बाहर आने पर पति से बात की और पूरी बात बताई। जिसके बाद व्हाट्सएप पर महिला का फोटो भी भेजा। पति द्वारा पहचानने के बाद पति पूर्णियाँ आया, जहाँ उक्त ग्राहक ने उसकी मदद की और उस घर को भी दिखा दिया। पुलिस के रेड के बाद महिला को बरामद कर लिया गया, वहीं पकड़े जाने के डर से महिला के दोनों बच्चो को भी सड़क पर छोड़ दिया गया, जिसे पुलिस ने बरामद कर महिला को सौंप दिया गया। वहीं कोलकाता में पूर्व से ही महिला की गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी, इसलिए एक बांड बनाकर महिला को उसके पति के हवाले कर दिया गया और पति को निर्देश दिया गया कि जिस थाने में गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज है, वहाँ पत्नी को हाजिर करे। वहीं पूर्व मामलें के सदर थानाध्यक्ष राजीव कुमार लाल की भूमिका काफी सराहनीय रही।