अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने श्रद्धेय शरद यादव की 77वीं जयंती मनाई

 


पूर्णियाँ/सिटीहलचल न्यूज़

सामाजिक न्याय के पैरोकार, मंडल मसीहा,पूर्व केन्द्रीय मंत्री, श्रद्धेय शरद यादव की77वीं जयंती प्रदेश उपाध्यक्ष उमेश प्रसाद यादव की अध्यक्षता में मनाई गई।मंच संचालन प्रदेश महासचिव मुरली मनोहर यादव ने किया। मुख्य अतिथि माननीया महापौर विभा कुमारी उपस्थित थीं। विशिष्ट अतिथि में यादव महासभा के उपाध्यक्ष डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव, रामदेव प्रसाद यादव समाज सेवी,गजेन्द्र यादव समाज सेवी, मनीष कुमार यादव प्रदेश अध्यक्ष व्यावसायिक प्रकोष्ठ बिहार, संजीव कुमार भारती जिलाध्यक्ष शिक्षा प्रकोष्ठ,विनोद कुमार यादव, समाज सेवी,अधिवक्ता राणा प्रसाद यादव, खुशबू भारती जिलाध्यक्ष महिला यादव महासभा पूर्णिया, मिथिलेश कुमार यादव जिला अध्यक्ष युवा यादव महासभा पूर्णिया,करण कुमार यादव जिला अध्यक्ष अहीर रेजिमेंट पूर्णिया, पियूष पुजारा विश्वविद्यालय छात्र राजद अध्यक्ष उपस्थित थे।


सम्मानित अतिथि में सम्माननीय चहकलाल यादव सेवा निवृत्त शिक्षक,महेंद्र यादव समाज सेवी, सुशील कुमार यादव,अरुण राजपाल , महादेव यादव,महिला यादव महासभा के जिला उपाध्यक्ष बहन अर्चना यादव,रत्ना कुमारी यादव उपाध्यक्ष, मनीषा कुमारी यादव,रानी कुमारी, गुड्डी कुमारी, डॉ चांद कमल (डेंटल सर्जन) उपस्थित थे।

सर्वप्रथम श्रद्धेय शरद यादव की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया गया। जिला अध्यक्ष इंजीनियर सुमित कमल ने आगंतुकों एवं महासभा के सभी पदाधिकारियों का परिचय कराते हुए सबों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इंजीनियर सुमित कमल ने अपने स्वागत भाषण में हर्ष के साथ सबों का हार्दिक अभिनन्दन करते हुए सबों के प्रति आभार व्यक्त किया।महिला यादव महासभा पूर्णिया के जिलाध्यक्ष बहन खुशबू भारती ने पुष्पगुच्छ और शाल भेंट करते हुए माननीया महापौर श्रीमती विभा कुमारी का स्वागत किया। सभी वक्ताओं ने श्रद्धेय शरद यादव की जीवनी पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। प्रदेश उपाध्यक्ष उमेश प्रसाद यादव ने कहा कि  पिछड़ों का मसीहा शरद यादव का विचार उच्च कोटि का था ।वे समस्त भारतीयों को खुशहाल देखना चाहते थे। सामाजिक गैर बराबरी को समाप्त करके सामाजिक समानता को स्थापित करने के लिए वे आजीवन संघर्ष करते रहे।वे पाखंड और बाह्य आडंबरों के प्रबल विरोधी थे।लोकसभा में भी पाखंड और आडंबरों का विरोध जोरदार शब्दों में किया करते थे।उनका कहना था कि भारत में सभी समस्याओं की जननी सामाजिक विषमता हीं है


मुख्य अतिथि माननीया महापौर विभा कुमारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि श्रद्धेय शरद यादव सादगी भरे जीवन के प्रतिक थे। लोकसभा में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद के रुप में सम्मानित किया गया था।वे प्रामाणिकता के साथ जनहित के मुद्दे संसद में उठाते थे। ईमानदारी और नेकदिली में उनकी कोई सानी नहीं थी।वे प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने तीन राज्यों से लोकसभा में प्रतिनिधित्व किए। मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार से सात बार लोकसभा सांसद और चार बार राज्यसभा सांसद रहे थे।मंडल आयोग को लागू करवाने में उनकी अहम भूमिका थी।वे  मंडल आयोग के बांकी बचे हुए सभी सिफारिशों को सम्पूर्ण देश में लागू करवाना चाहते थे। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर हम सभी को अपने जीवन में कार्य करते रहने की आवश्यकता है।

डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव जिला उपाध्यक्ष यादव महासभा पूर्णिया ने कहा कि श्रद्धेय शरद यादव एक महान सामाजिक योद्धा थे। नीतीश कुमार के राजनीतिक गुरु के रुप में लोग उन्हें आज याद करते हैं।

अंत में उपेक्षित मुहल्ले के निर्धन छात्रों को माननीया महापौर ने शिक्षण सामग्रियों का वितरण किया। जिला प्रवक्ता रविरंजन कुमार यादव  ने धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सभा को समाप्त  करने की घोषणा किया।इस जयंती को सफल बनाने में डा जय-जय राम यादव,छोटू कुमार यादव नगर अध्यक्ष यादव महासभा, शशिकांत सुशील उपाध्यक्ष यादव महासभा पूर्णिया, अमित कमल, विजय कुमार यादव जिला सचिव,पियूष, कुंदन,सिंटू यादव, मिहिर कुमार यादव की सराहनीय भूमिका रही।

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