एक पदाधिकारी के ऊपर ऐसा आरोप चिंता का विषय
जिला पदाधिकारी को किया जाना चाहिए हस्तक्षेप
मुरलीगंज मधेपुरा
मुरलीगंज के अंचलाधिकारी किसलय कुमार के प्रति शहर के लोगों में अब आक्रोश पनपता जा रहा है। लोग पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग करने लगे हैं। साथ ही ऐसे अधिकारी को पद छोड़ देने की भी बात कही जा रही है। लोगों का कहना है कि ऐसे छवि वाले अधिकारी के रहने से समाज में गलत संदेश जा रहा है। इसपर वरीय अधिकारियों को संज्ञान लिया जाना चाहिए। हालांकि यह मामला पटना उच्च न्यायालय में चल रहा है। फिलहाल सीओ किसलय कुमार जमानत पर बाहर हैं। वहीं पीड़िता न्याय के लिए दर दर भटक रही है। ज्ञात हो कि मुरलीगंज के वर्तमान सीओ किसलय कुमार पर आरोप है कि पढ़ाई के दौरान हीं पटना में उन्होंने एक बीपीएससी की तैयारी कर रही एक लड़की से शादी का झांसा दे कर अवैध संबंध बनाया। फिर शादी करने से मुकर गए और किसी अन्य लड़की से उनकी शादी सेट हो गई है। यह मामला पटना के एसके पूरी थाना में भी दर्ज है। जिसमें दहेज प्रथा तथा अन्य संगीन धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
मामले में लोगों की राय:
ये मामला शहर के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। पीड़िता सब के सामने अपना पक्ष रख रही है। लेकिन सीओ साहब अपना पक्ष रखने से मुकर रहे हैं। इस बात से साबित होता है कि वो दोषी है। इनके कारनामे से समाज के महिलाओं में भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ऐसे अधिकारी को अपना पद छोड़ देना चाहिए।
दिनेश मिश्र, पूर्व वार्ड पार्षद
एक पदाधिकारी के बारे में जब ऐसी बातें सामने आ रही है तो निश्चित ही से यह चिंता का विषय है। सीओ किसलय कुमार को सामने आ कर स्पष्ट करना चाहिए। जिला प्रशासन को भी इस मामले में हस्तक्षेप कर मामले की जानकारी ले कर कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इससे शासन प्रशासन के साथ सरकार की भी बदनामी होती है।
रामकृष्ण मंडल प्रदेश महासचिव जदयू बिहार
पटना में अध्ययन के दौरान जो शादी का प्रलोभन देकर वैदैही (काल्पनिक नाम) का यौन शौषण मुरलीगंज के वर्तमान सीओ ने किया है। यह सरासर गलत है। पीड़िता न्याय के लिए भटक रही है। लेकिन सीओ साहब कोई सुध नहीं ले रहे हैं। ऐसे अधिकारी पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। -
उदय चौधरी, पार्षद
ऐसे मनचले मिजाज के अधिकारी का पद पे बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं। जिला प्रशासन या सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करती है तो हम सभी युवा जन आंदोलन करने को लेकर बाध्य होंगे। पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए। -
अमित कुमार, युवा नेता