कुरसेला/प्रतिनिधि
कटिहार। कुर्सेला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया ।इस अवसर पर आम लोगो को भी जागरूक किया गया।डेंगू बीमारी होने के लक्षण के बारे मे चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर अमरलाल ने बताया कि इस बीमारी का लक्षण है तेज बुखार बदन दर्द एवं जोरो में दर्द , माथा , आंखों के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे का निशान ,नाक मसूड़े से या उल्टी के साथ रक्त होना उपरोक्त लक्षणों के साथ तेज बुखार से पीड़ित मरीज को अभिलंब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लावे ।
यदि किसी व्यक्ति को पूर्व में डेंगू हो चुका हो तो उन्हें अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।वैसे व्यक्ति द्वारा डेंगू बुखार की शंका होने पर तुरंत ही सरकारी अस्पताल से संपर्क करें। डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव हेतु निम्न उपाय करें।चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि दिन में सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें । मच्छर भगाने वाली दवा क्रीम का प्रयोग दिन में भी करें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने घर में सभी कमरों को साफ सुथरा एवं हवादार बनाए रखें। टूटे-फूटे बर्तनों , अगल-बगल तथा अन्य जगहों पर पानी ना जमने दें अपने आसपास के जगहो को साफ सुथरा रखें । गमला ,फूलदान इत्यादि का पानी हर दूसरे दिन बदले। दुकानदारों तथा प्रबंधकों को जागरूक करते हुए कहा कि खाली पड़े जगह मे रखा , डब्बा ,कार्टून आदि में पानी जमा ना होने दे । हर बुखार डेंगू नहीं है। बीमारी के लक्षण होने पर बिना समय गवाये चिकित्सक से संपर्क करें। डेंगू एवं चिकनगुनिया बुखार की स्थिति में सभी रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है। समय पर उपचार करने से मरीज पूर्णता स्वस्थ हो सकते हैं। तेज बुखार के उपचार हेतु एस्प्रिन अथवा रूप ब्रूफेन की गोलियां कदापि इस्तेमाल नहीं करें इसके लिए पेरासिटामोल सुरक्षित दवा है।
इस मोके पर प्रबंधक मुकेश कुमार सिंह, डॉ मुकेश, नंदन, लिपिक विनय झा, सुनील शाह, लैब टेक्नीशियन विनय कुमार, फार्मासिस्ट राजीव, कालाजार सुपरवाइजर सुबोध कुमार, ललन यादव, एएनएम आदि मौजूद थे।