कोढ़ा/शंभु कुमार
कटिहार (सिटीहलचल न्यूज़) मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोढा के पुराने अस्पताल के सभागार में ग्रामीण चिकित्सकों को एएफपी एवं खसरा बीमारी की रोकथाम हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण किया गया। जिसमें उपस्थित ग्रामीण चिकित्सकों के बीच बच्चों में होने वाले एक्यूट फलक्सीड पैरालिसिस के रोग निदान के लिए एक दिवसीय कार्यशील का आयोजन भी किया गया। इस दौरान प्रखंड के सभी ग्रामीण चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया ।वही कार्यशाला की अध्यक्षता चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जगदीश चौधरी ने किया। वही इस आयोजित कार्यक्रम में डब्ल्यूएचो सीएमओ डॉक्टर सुभान अली ने उपस्थित ग्रामीण चिकित्सकों को एएफ़पी एवं खसरा बीमारी के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य पोलियो मुक्त भारत और खसरा मृत्यु दर कम करना है। यह काम तभी संभव हो सकता है जब ग्रामीण चिकित्सक का भरपूर सहयोग मिलेगा ।
आगे उन्होंने कहा की जन्म से 15 साल तक उम्र के बच्चों का अचानक पैर हाथ के साथ शरीर का कोई भी भाग लूज पुंज गर्दन का ढेरा होना, कमर में कमजोरी, जैसी दिखाई देना, लकवा दस्त के बाद कमजोरी इसका मुख्य लक्षण है। आप लोग क्षेत्र भ्रमण के दौरान अगर ऐसे बच्चों सहित किसी ग्रामीण मरीज दिखता है तो उसकी नाम पता उम्र के साथ ससमय स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें ताकि ससमय इसका समुचित जांच व इलाज किया जा सके।
वही चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जगदीश चौधरी , डब्ल्यू एचो प्रतिनिधि संजय कुमार पोद्दार व सतीश कुमार गुप्ता ने बताया कि एएफ़पी से ग्रसित बच्चों के मल का नमूना संग्रह करने का तरीका भी चिकित्सकों को बताया गया खसरा के बारे में भी जानकारी दी गई।