पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें पति के विकलांग हो जाने के बाद पत्नी ने पति का साथ छोड़ दिया। वहीं ऊपर से पति पर न्यायालय में मुकदमा भी ठोक दिया। मामला खगड़िया जिले से जुड़ा हुआ है। पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में पहुँचा पति ने बताया कि 17 साल बाद दो बच्चे की माँ होने के पश्चात मेरी पत्नी मेरे साथ रहना नहीं चाहती मुझे मेरी पत्नी से मिला दिया जाए। पति ने बताया कि वह 2021 में सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया था। इस घटना में उसकी बहन की भी मृत्यु भी हो गई थी। पति ने बताया कि वह लंबे समय तक कोमा में रहा फिर पैर में स्टिक लगने के बाद किसी तरह चलने के काबिल हुआ। वहीं लंबे समय तक बिस्तर में पड़े रहने के कारण उसकी पत्नी का नाजायज संबंध पराए मर्द से हो गया।
वहीं पति द्वारा आरोप लगाने पर पत्नी भड़क गई। पत्नी का कहना है कि उसका पति झूठ बोल रहा है। उसके इलाज में भी उसने पैसा लगाया है। वहीं पति का कहना है कि इलाज में उसके भाई ने पैसा दिया है। वही पत्नी का कहना है कि पति मुझे गंदा-गंदा गाली देता है मैं इसके साथ कभी नहीं रहूंगी। इसलिए तो कोर्ट में केस की हूँ। वही केंद्र द्वारा कहा गया कि जब मामला न्यायालय में पेंडिंग है तो यहां पर हम लोगों का समय क्यों बर्बाद कर रही हो। तुम दोनों ही अपने मामलों को न्यायालय से सुलझा लो।
शुक्रवार को पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुल 33 मामलों की सुनवाई की गई। जिसमें से आठ मामले में निष्पादित किया गया। मामले को सुलझाने में केंद्र की संयोजिका सह महिला थाना अध्यक्ष ललिता कुमारी, सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्ययंत्री, बबीता चौधरी, जीनत रहमान, प्रमोद जायसवाल, कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई।