3 वर्षो से मीरगंज स्कूल में नहीं हो रहा सरस्वती पूजा

पूर्णियाँ/रौशन राही
सिटीहलचल न्यूज़। अंग्रेजो के जमाने से बने मीरगंज क्षेत्र के शिक्षा क्षेत्र का धरोहर आदर्श मध्य विद्यालय में विगत तीन वर्षो से माता सरस्वती की पूजा अर्चना नहीं होती है । इससे पोषक क्षेत्र के अभिवाहको में नाराजगी है ।  बताते चले की विद्यालय को शिक्षा का मंदिर माना जाता है, एसे में विद्यालय में सरस्वती पूजा व बंदना करना छात्र एवं शिक्षकों का सवेंधानिक अधिकार है । परंतु विगत तीन वर्षो से सरस्वती पूजा न होना शिक्षको के साथ साथ शिक्षा समिति की भी लापरवाही है । बिहार सरकार के गाईडलाइंस के मुताबिक पोषक क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ही विद्यालय के सर्वोपरी अध्यक्ष होते है । इस मुताबिक नगर पंचायत के वार्ड पार्षद का 2 वर्ष का कार्यकाल चल रहा और विद्यालय नगर पंचायत मीरगंज के वार्ड न 07 अंतर्गत आता है । वार्ड न 07 का वार्ड पार्षद जूली कुमारी पति मुनचुन साह है जो वेल एजुकेटेड है । ऐसे में सारी लापरवाही वार्ड पार्षद के जिम्मे जाता है । क्योंकि बिहार सरकार के मुताबिक विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष को प्रत्येक माह शिक्षा समिति के सदस्यो के साथ विद्यालय में बैठक कर गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, गुणवत्ता पूर्ण भोजन के साथ विद्यालय विकास के लिए जो प्रत्येक वर्ष राशि आती है उसका समुचित उपयोग करना ।
स्थानीय समाजसेवी सह पूर्व मुखिया 75 वर्षीय प्रमोद कुमार चौधरी बताते हैं कि वे भी आदर्श मध्य विद्यालय के छात्र रह चुके सरकार द्वारा तमाम सुविधा देने के बाद यदि विद्यालय कुब्यवस्थिति है तो खासकर वे सभी शिक्षक दोषी है जो इसी विद्यालय में अध्यन कर आज उसी स्कूल के शिक्षक बने हुए है । उन्हें यदि माता सरस्वती के प्रति आस्था नहीं है तो आश्चर्य का विषय है । वहीं स्थानीय समाजसेवी कलानंद चौधरी एवं दीनानाथ ठाकुर बताते हैं कि सरस्वती पूजा न करके आदर्श मध्य विद्यालय को शिक्षकों ने कलंकित किया है।  समाजसेवी कुमार वीरव्रत ने कहा माता सरस्वती विद्या की अधिष्ठात्री देवी माना गया है एसे में जहां 20 शिक्षक व 800 छात्र हैं वहां सरस्वती पूजा न होना दुर्भाग्य पूर्ण विषय है । इस संबंध में विद्यालय में मौजूद प्रधानाध्यपक एवम शिक्षको ने कहा की सरस्वती पूजा के दिन विद्यालय में विभागीय छुट्टी थी इसलिए सरस्वती पूजा नहीं हुआ । 
वहीं चर्चित साहित्यकार कैलाश बिहारी चौधरी ने प्रकाश डालते हुए कहा अधिकांश विद्यालय में सरस्वती पूजा हुई है । विभागीय छुट्टी थी न की सभी शिक्षको को विद्यालय से अन्यत्र कार्यरत किया गया था। एसे में शिक्षक एवं विद्यालय शिक्षा समिति स्वयं जगहसाई के पात्र बन हुए हैं ।

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