बैसा/सिटीहलचल न्यूज़
पूर्णिया। मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विधालय शीशा बाड़ी में सुभाष चंद्र बोस की 127 वीं जयंती पर पराक्रम दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक आदिल अनवर ने छात्र-छात्राओं को नेताजी के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओड़शा के कुट्टक गांव में हुआ था। उनके पिता जानकीनाथ बोस वकील थे। उनकी माता का नाम प्रभावती था। वे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए जापान के सहयोग से 'आजाद हिन्द फौज' का गठन किया था।
उन्होंने नेताजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी उन सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक थे । उन्हें असाधारण नेतृत्व क्षमता व करिश्माई वक्ता के रूप में जाना जाता था। उनके जय घोष जय हिंद, तुम मुझे खून दो,मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा व दिल्ली चलो जन साधारण में शक्ति का संचार कर एक- एक को भारत माता पर अपना सर्वस्व लुटाने के लिए प्रेरित करने के लिए काफी था।भरत आचार्य जी द्वारा नेताजी के संबंध में भाषण दिया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर भाषण एवं नेताजी के जीवन से जुड़े प्रश्न मंच प्रतियोगिता में भाग लिया। वहीं छात्र- छात्राओं ने हिंदी एवं ने अंग्रेजी में भाषण दिया। तथा भक्ति गीत प्रस्तुत किया।
फोटो:- जयंती में मौजूद शिक्षक एवं स्कुली बच्चे