कटिहार/शंभु कुमार
फलका प्रखंड अंतर्गत अमोल गांव में पशु बांझपन शिविर सह जागरूकता सेमिनार का आयोजन पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, किशनगंज के द्वारा आयोजित की गई ।इस दौरान आयोजित कार्यक्रम का मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय मुखिया भारती कुमारी ने मुख्य अतिथि के रूप में संबंधित अधिकारी संग संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर फीता काट कर किया। मौके पर पशुपालन एवं मत्स्य एवं डेयरी को लेकर पशुपालकों को जानकारी दिया गया।
मौके पर उपस्थित पशुपालकों को बताया गया कि पशुपालन के क्षेत्र में प्रगति के लिए भारत सरकार के मत्स्य एवं डेयरी मंत्रालय द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम के आयोजन में बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना द्वारा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार सरकार; कृषि विज्ञान केंद्र कटिहार एवं कोसी डेयरी प्रोजेक्ट, पूर्णिया के सहयोग से किया गया। पशु बांझपन शिविर के व्यवस्थापक डॉ. विनोद, एसोसिएट प्रोफेसर ने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य पशुओं में बांझपन से संबंधित समस्याओं से निदान के बारे में पशुपालकों के बीच जागरूकता फैलाना है। इस अवसर पर जागरूकता सेमिनार के साथ-साथ पशु चिकित्सा शिविर, पशुपालकों के साथ संवाद एवं पशुपालकों के साथ प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया
पशुपालकों से पशुओं में गर्मी के लक्षणों की पहचान एवं सही समय पर प्रशिक्षित एआई वर्कर से कृत्रिम गर्भाधान करने की सलाह दी, अन्यथा पशुओं में बांझपन की समस्या हो सकती है। वैज्ञानिकों ने बताया कि पशुओं को उचित पोषण प्रदान कर एवं कृमिनाशक का नियमित अंतराल पर प्रयोग कर के पशुओं में बांझपन की समस्या को दूर किया जा सकता है। जागरूकता सेमिनार में लगभग 300 पशुपालक उपस्थित रहे। इस अवसर पर आयोजित पशु चिकित्सा शिविर में इंडियन इम्यूनोलॉजिकल लिमिटेड हैदराबाद द्वारा प्रायोजित मिनरल मिक्सर एवं अन्य प्रकार की नैदानिक दवाओं का पशुपालकों के बीच वितरण किया गया| इस अवसर पर पशुपालन महाविद्यालय से डॉ हेमंत, डॉ नीरज, डॉ विनीत, डॉ किरण, डॉ सफिदा, डॉ प्रत्युश, कोसी डेयरी प्रोजेक्ट सचिव श्रीमती पल्लवी जी, डॉ. निवेदिता, पशु चिकित्सा पदाधिकारी, कोसी डेयरी प्रोजेक्ट, डॉ. विकास, पशु चिकित्सा पदाधिकारी, श्री आदित्य, चारा विकास पदाधिकारी एवं राजीव मौजूद थे।