रूपौली ।विकास कुमार झा
टीकापट्टी थाना क्षेत्र नाबालिग से दुष्कर्म के बाद गर्भपात करवाने वाली आशा फैसिलिटेटर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।वहीं आशा फैसिलिटेटर के द्वारा अवैध नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी किसी तरह की कार्रवाई होता नहीं देख लोग कार्यशैली पर भी सवाल उठाने लगे हैं। लोगों का कहना है कि आरोपी नूतन के द्वारा सालों से फर्जी नर्सिंग होम का संचालन कर अवैध गर्भपात करवाने का काम करती रही है।लेकिन उंची रसूख और पैसे के बल पर आज तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं है।हलांकि मामला सामने आने के बाद से आरोपी आशा फैसिलिटेटर के घर सह नर्सिंग होम ने ताला लटका हुआ है।जो नर्सिंग होम हमेशा लोगों की भीड़ से गुलजार रहता था, वहां अभी सन्नाटा पसरा हुआ है।आशा फैसिलिटेटर नूतन कुमारी अपना घर और नर्सिंग होम में ताला जड़ कर फरार है।इधर आशा फैसिलिटेटर नूतन कुमारी के अवैध नर्सिंग होम पर कार्रवाई नहीं होने मामले को लेकर सीएस ने टीम का गठन कर जांच का भी निर्देश दे दिया है।सीएस की माने तो
…. 15 सालों में अकूत संपत्ति की मालकिन बनी नूतन, बना लिया था अपना नेटवर्क
स्थानीय लोगों से मिली जानकरी के अनुसार लगभग 15 वर्ष पूर्व साल 2008 में अपने घर की माली हालत खराब देख कर नूतन कुमारी ने गोरियर पश्चिम पंचायत से आशा कार्यकर्ता के रूप में काम शुरू किया।शुरुआती दिनों में अपने पोषक क्षेत्र में घूम-घूम कर प्रसव पीड़िता से मिल कर उसका देखभाल से लेकर प्रसव कराने तक 24 घंटे जुटी रहती थी।स्थानीय लोग बताते है कि नूतन कुमारी एक ए एन एम के संपर्क में जा कर प्रसव कराने के साथ ही गर्भपात कराने का ट्रेंनिग ली।नूतन कुमारी की हाथ की सफाई देख पूरे प्रखंड की आशा कार्यकर्ता उनकी मुरीद हो गई।देखते ही देखते कुछ सालों में ही नूतन कुमारी अपने अन्य आशा सहयोगियों के माध्यम से पूरे प्रखंड के सभी गांवों में गर्भपात कराने का अपना एक नेटवर्क तैयार कर लिया था।आशा कार्यकर्ता के माध्यम से ही लोग आसानी से अपने काले करतूत को छुपाने के लिए अपने महिला साथी का गर्भपात कराने में नूतन कुमारी का सहारा लेने लगे।जिसके बदले नूतन कुमारी जिस लड़की या महिला का गर्भपात करवाती थी उसके आशिक से मुंहमांगी रकम की मांग करती थी।लोग सामाजिक डर से नूतन कुमारी को बेहिचक रुपया दे देना ही मुनासिब समझती थी।वहीं जिस क्लाइंट को आशा को नूतन के पास गर्भपात के लिए भेजती थी उसका भी कमीशन तय रहता था।उसके बाद तो नूतन कुमारी सिर्फ नाम का आशा कार्यकर्ता के रूप में अस्पताल में काम करती रही लेकिन रुतबा एमबीबीएस डॉक्टर से भी बढ़ गया। नूतन कुमारी ने स्वास्थ्य विभाग में अपना कद बढ़ाने के लिए 2020 में रेफ़रल अस्पताल रूपौली के तत्कालीन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को मेल में लेकर आशा फेसिलेटर के पद पर काबिज हो गई ।देखते ही देखते स्वास्थ्य महकमे में नूतन कुमारी का डंका बजने लगा ।उसके बाद बेरोकटोक बिरौली बाजार में अवैध नसिंग होम का संचालन करने लगी ।
….. तीनटंगा गांव में आलीशान बंगला के साथ-साथ नर्सिंग होम भी बनाया
पहले तो लाखों की लागत से पैतृक आवास तीनटंगा गांव में आलीशान बंगला बनवाई।उसके बाद अपने गलत धंधे को आगे बढ़ाने के लिए बिरौली बाजार के एक दवा व्यवसायी से सांठगांठ कर करोड़ो की जमीन खरीद कर नर्सिंग होम बना किया।जिसका देखरेख अप्रत्यक्ष रूप से आज भी उक्त दवा कारोबारी के माध्यम से होने की बात बताई जा रही है।जब अवैध गर्भपात कराने का कारोबार बिरौली बाजार में फलने फूलने लगा तो दवा ब्यवसाई की भी चांदी कटने लगी।जितना भी दवा नूतन कुमारी गर्भपात करवाने में खपत करती थी वह दवा उक्त दुकान से ही मंगवाती थी।जिसके बदले दवा कारोबारी एक तय कमीशन नूतन को भुगतान करता था।इतना ही नही उक्त दवा कारोबारी के जिम्मे ही नूतन के किचेन के गैस से लेकर बच्चों की पढ़ाई तक की थी ।
…...नूतन कुमारी ने भी अपने करीबियों को भेजा था थाना
जब टीकापट्टी थाना में पीड़ित नाबालिग और उसके परिजन गत शनिवार को टीकापट्टी थाना पहुंच लिखित आवेदन सौंपी तो उसमें नूतन कुमारी के द्वारा गर्भपात करवाने की बात सामने आई।जैसे ही नूतन कुमारी को थाने में पीड़िता के द्वारा आवेदन देने की जानकारी मिली।उसके बाद आरोपी मनोज जायसवाल के साथ ही नूतन कुमारी ने भी अपने करीबियों को भेज रुपये के बल पर पूरे मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया।लेकिन नूतन का रसूख इस बार काम नही आया। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर टीकापट्टी पुलिस नेआरोपी मनोज जायसवाल और आशा फेसिलेटर नूतन कुमारी पर मामला दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई शुरू कर दी।
...क्या कहते हैं सीएस
मुझे पूर्व में आशा फैसिलिटेटर के द्वारा अवैध रूप से नसिंग होम चलाने की कोई जानकारी नही थी।जब टीकापट्टी का मामला प्रकाश में आया तो जानकर हैरत हुई।उसके बाद ही पूरे मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है जांच रिपोर्ट आते ही अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी।वैसे उक्त फैसिलिटेटर पर कार्रवाई तय है।
डॉ. अभय प्रकाश चौधरी,सिविल सर्जन ,पूर्णिया