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विश्व यक्ष्मा दिवस को लेकर किया गया गोष्ठी का आयोजन



पूर्णिया/विष्णुकांत चौधरी

धमदाहा विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर गुरुवार को अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा में प्रभारी उपाधीक्षक डॉ राज आर्यन की अध्यक्षता में गोष्ठी विचार का आयोजन किया गया. बैठक को संबोधित करते हुए अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर आर्यन ने कहा यक्ष्मा रोग को टीबी क्षय रोग के नाम से भी जाना जाता है.


यह संक्रमण रोग शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है. प्रत्येक वर्ष एक रोगी 10 से 15 स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है. उन्होंने कहा समय से टीबी मरीज का नियमित उपचार होने पर रोगी आसानी से स्वस्थ हो जाते हैं. इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. यक्ष्मा पर्यवेक्षक श्री अमित कुमार सुमन ने कहा कि 02 सप्ताह या उससे अधिक दिनों तक लगातार खांसी टीबी के मुख्य लक्षण हैं. अन्य लक्षणों में वजन कम होना कमजोरी महसूस होना संध्या के समय बुखार एवं पसीना आना भूख कम लगना तथा बलगम में खून आना भी टीबी के मुख्य लक्षण हैं. टीबी एक संक्रामक बीमारी है इसे जड़ से मिटाने के लिए हम सभी को इसके खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरुरत है.


मौके पर यक्ष्मा प्रयोगशाला पर्यवेक्षक श्री विभाष कुमार ने कहा कि इन सभी लक्षणों के आने पर नजदीकी सरकारी अस्पताल में बलगम जांच करावे एवं चिकित्सक से उचित सलाह लें. मौके पर उपस्थित प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक श्री सुशील कुमार ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि टीबी के मरीज गरीब परिवार के बीच से आते हैं. जिसमें कुपोषित व्यक्तियों या बच्चों में यह सबसे ज्यादा देखने को मिलता है. जिले के सभी सरकारी अस्पताल में टीबी के मरीजों के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है, दवा मुफ्त में दी जाती है. कार्यक्रम के दौरान केयर इंडिया के श्री चंदन कुमार ने लोगों को जागरूक किया.

मौके पर लेखापाल सिंपी पांडे, फार्मासिस्ट मनीष कुमार, वर्ल्ड विजन अरविंद कुमार पासवान, डब्ल्यूएचओ मनीष कुमार, जीएनएम राजकुमार एवं आशा फैसिलिटेटर उपस्थित थी.

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