डैफोडिल पब्लिक स्कूल में मनाया गया शिक्षक सम्मान समारोह

नालंदा से बंटी राज आर्यन्स की रिपोर्ट

बिहारशरीफ (नालंदा) "शिक्षक कभी साधारण नहीं होता" संसार में जितने भी महान व्यक्तित्व हुए हैं उनके पीछे उनके गुरु का हाथ रहा है। शिक्षक मात्र एक व्यक्तित्व नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माता होते हैं, जो कोयले को हीरा बनाते हैं। गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं तथा हमें अज्ञानी से ज्ञानी बनाते हैं।इन्हीं पंक्तियों को सार मानते हुए स्थानीय मंगलास्थान स्थित डैफोडिल पब्लिक स्कूल बिहार शरीफ में शिक्षक सम्मान समारोह मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के सचिव डॉ रविचंद कुमार , मुख्य अतिथि डॉ मणिकांत सिन्हा,चेयरमेन रंजीत प्रसाद सिंह, कपिलदेव प्रसाद,डॉ उपेंद्र शर्मा व रश्मि रानी के द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।इस समारोह में गुरु की महत्ता एवं भारतीय समाज में गुरु परंपरा की महिमा को दर्शाते हुए सभी शिक्षकों एवं अतिथियों ने अपने अपने वक्तव्य दिए। परियोजना प्रबंधक पुलकेश पांडेय, डौली कुमारी तथा उप परियोजना प्रबंधक नीलम व पूजा कुमारी ने


इस कार्यक्रम की तमाम जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए शिक्षक सम्मान समारोह को सफलता तक पहुंचाया। मौके पर उपस्थित मुख्य अतिथि किसान कॉलेज के प्राचार्य डॉ मणिकांत सिन्हा ने कहा की- बिहार उत्कृष्ट गुरुओं की भूमि रहा है। यह चाणक्य जैसे महान नीतिज्ञों की भूमि रही है। वर्तमान में भी ऐसे कई उच्च कोटि के शिक्षक हैं जो इस राज्य की और देश को गौरवान्वित कर रहे हैं। हमने सदा अपने गुरुओं का सम्मान किया है और इस परंपरा का पालन करते रहेंगे। गुरु वंदना के साथ कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों ने नृत्य एवं संगीत में भी अपना जलवा बिखेरा। विद्यालय के सचिव डॉ रविचंद कुमार ने बताया कि हम हर वर्ष शिक्षकों को सम्मानित करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। हमारा विद्यालय शिक्षा,सेवा और संस्कार का मंदिर है जिसमें गुरु जन ईश्वर हैं तथा हमारे नन्हें-मुन्ने बच्चे उन्हीं ईश्वर के अनन्य भक्त बन कर अपने जीवन को धन्य करते हैं। प्राचार्या कुमारी ममता ने बताया कि हम जीवन में जो कुछ भी प्राप्त करते हैं चाहे वह आर्थिक हो, अथवा अलौकिक सब कुछ गुरु कृपा से ही संभव हो पाता है अतः हम समाज को भी संदेश देना चाहेंगे कि सदा अपने गुरु की आज्ञा का पालन करें तथा उनकी सेवा करें

इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों की प्रस्तुति तथा अपने गुरुओं के प्रति उनकी श्रद्धा देखते ही बनती थी। विद्यालय के चेयरमैन रंजीत प्रसाद सिंह ने बताया कि- जब हम शिक्षा ग्रहण कर रहे थे तब आज की तरह हमारे पास इतनी सुविधाएं नहीं हुआ करती थीं किंतु गुरु कृपा हमें अवश्य प्राप्त हुईं और उसी का परिणाम है कि हमने जीवन में इतनी तरक्की की और आज सफलता के शिखर पर हैं। वस्तुतः गुरु की महिमा का बखान मनुष्य तो क्या देवताओं से भी संभव नहीं है। डैफोडिल पब्लिक स्कूल आदर्शों पर चलता हुआ अपने शिक्षकों का सम्मान करता है। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने भी शिक्षक सम्मान समारोह के इस कदम की खूब सराहना की। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि, कॉलेज के प्राध्यापक , सरकारी विद्यालय के शिक्षकों को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह तथा पौधा देकर सम्मानित किया गया एवम विद्यालय के सभी शिक्षकों को भी स्मृति चिन्ह ,पौधा एवं विशेष उपहार से सम्मानित किया गया

सभी ने जीवन में सदा शिक्षक का सम्मान उनकी सेवा करने का संकल्प लिया। डॉ रविन्द्र कुमार, डॉ ए के सिंह चौहान, डॉ संजय कुमार, डॉ मुनेश्वर प्रसाद, डॉ अनुज, डॉ अवधेश, डॉ सुधा कुमारी, डॉ उपेंद्र शर्मा, डॉ कांति, अनीता कुमारी, रवि कुमार, डॉ पुष्पलता विधार्थी, डॉ कपिलदेव प्रसाद, विजय कुमार वर्मा, निरंजनकुमार, मरयम परवीन, अल्तमस खान, शबाना, रौशन कुमार उपाध्याय, नीलम कुमारी, पूजा कुमारी, डौलीकुमारी, पुलकेष पांडे, अखिलेश प्रसाद एवम अन्य शिक्षकों को सम्मानित किया गया।मंच संचालन देव कुमार विश्वकर्मा, ममता कुमारी व उमेश कुमार के द्वारा किया गया, धन्यवाद ज्ञापन चेयरमैन रंजीत प्रसाद सिंह के द्वारा दिया गया तथा राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की गई।

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