मधेपुरा से नौशाद आलम की रिपोर्ट
मधेपुरा : फूलौत ओपी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाके में पानी घटने के बाद महामारी फैलने की आशंका जतायी जा रही है। इस इलाके में स्वास्थ सेवा उपलब्ध नहीं रहने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। प्रभावित इलाकों में उपस्वास्थ्य केंद्रों में वर्षों से ताला लटक रहा है। हर साल तीन से चार महीने तक बाढ़ से प्रभावित रहने वाले मोरसंडा पंचायत के उप स्वास्थ्य केन्द्र उद्घाटन के बाद से ही बंद पड़ा है।मोरसंडा के अमनी बासा, कदवा बासा, श्रीपुर बासा, परवता टोला, त्रिवेणी टोला, रामचरण टोला सहित अन्य गांव बाढ़ से प्रभावित है। इस इलाके में धीरे-धीरे पानी घटने लगा है। जल स्तर घटने के साथ ही महामारी फैलने की आशंका बनी है। ग्रामीण अभिषेक चौधरी,भगवान चौधरी,कमली चौधरी,अमन कुमार,राहुल कुमार,बमबम पण्डित ने कहा कि लगभग पांच साल पहले ही उप स्वास्थ्य केन्द्र का तामझाम के साथ शुभारंभ किया गया था
लेकिन उसके बाद यहां पर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिलना तो दूर आज तक न तो किसी डॉक्टर को पदस्थापित किया गया न ही नर्स। ग्रामीण नागो मंडल, घोलटी पंडित, उपेंद्र राम, सोने मंडल, राज कुमार मंडल, सुनील चौधरी ने कहा कि इस इलाके में लगभग ढाई महीने से बाढ़ का पानी फैला हुआ था। लेकिन अब धीरे-धीरे पानी घटने के बाद से गांव में बीमारी फैलना की आशंका बनी हुई रहती है। उप स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने से उन लोगों को झोलाछाप चिकित्सकों से इलाज कराने की विवशता बनी रहती है। मालूम हो कि बाढ़ का पानी घटने से जगह जगह पानी फंस गया जिससे कि बदबू सडांध निकलती है जिसे महामारी फैलने की आशंका है मोरसंडा पंचायत के सभी वार्ड में ब्लीचिंग पॉउडर का छिड़काव करें तो महामारी से बचा जा सकता है