रेलवे ओवरब्रिज को छू गया कोशी नदी खतरा बरकरार



कुरसेला से मणिकांत रमन की रिपोर्ट
कटिहार :गंगा कोशी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होने के कारण प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ से स्थिति भयावह होती जा रही है। कोसी नदी का जलस्तर रेलवे ब्रिज के पास हाई फ्लड लेवल तक पहुंच गया है। गंगा भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ से हालात इस कदर बिगड़े हैं कि प्रखंड के लगभग सभी गांवों का सड़क सम्पर्क भंग हो गया है। नाव ही लोगों के आवागमन का सहारा बना है। प्रखंड के सभी छ: पंचायतों में लोग बाढ़ की विभीषिका झेलने को मजबूर हैं। बुधवार को कोशी पुल कबीर मठ के समीप नेशनल हाइवे पर भी दो जगहों पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है। जिससे कभी भी हाइवे पर आवागमन बाधित हो सकता है

बढ़ते जलस्तर ने आम लोगों के साथ ही प्रशासन की भी चिंता बढ़ रही है। जलस्तर में वृद्धि से प्रखंड के तटीय इलाकों में बाढ़ का पानी कहर बरपा रहा है। गंगा कोशी के पानी के दबाव से रेलवे गाईड बांध पर भी कटाव का खतरा मंडरा रहा है। नदी का पानी गाईड बांध पर लगातार दबाव बनाने हुए है। इसके टूटने से लाखों की आबादी बाढ़ की चपेट में आ जाएगा। हालांकि ग्रामीण बोरा में मिट्टी डालकर बांध को बचाने के प्रयास में जुटे हैं। मिट्टी का बोरा डालने के बाबजूद बांध से पानी का रिसाव हो रहा है। बाढ़ पानी से घिरे लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। माल मवेशी के चारे के लिए लोगों को दूर दराज जाना पड़ रहा है

बाढ़ पानी के बीच घरों में फंसे बच्चे व बुजुर्गों को अधिक परेशानी हो रही है। बाढ़ पीड़ित परिवार किसी तरह रूखा सूखा खाकर अपना जीवन गुजार रहे हैं। ग्रामीण सड़कों पर पानी बहने से लोगों के आने-जाने के लिए चलाई जा रही सरकारी नावें कम पड़ रही है। बाढ़ पीड़ित लोग केला, ड्रम, चदरा आदि का नाव बनाकर काम चला रहे हैं। जिससे आवागमन में खतरा बना रहता है। प्रशासनिक स्तर पर पीड़ितों को प्रयाप्त राहत नहीं मिल पा रहा है। लोग त्राहिमाम की स्थिति में जीवन जी को विवश हैं।

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