पूर्णियां से बालमुकुंद यादव की रिपोर्ट
पूर्णिया में गुड्डू मियां और कटिहार के वर्त्तमान मेयर शिवराज पासवान की निर्मम हत्या की मैं निंदा करता हूँ। पूर्णिया समेत पूरे बिहार में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही है। बिहार में इन दिनो अपराधी बेलगाम हो गया है। अपराधियो में प्रशासन का खौफ नहीं रह गया है। बिहार के सत्ताधारी दलों के आपसी खीचतान के कारण प्रशासनिक महकमा का एक बड़ा तबका ठोस और सटिक निर्णय लेने में अपने आप को असहज महसूस कर रहे है दूसरे मुख्यमंत्री का प्रशासन पर पकड़ कमजोर पर गया है
चुने हुए जबाबदेह जनप्रतिनिधियो का मंत्री से लेकर निचले स्तर तक के पदाधिकारी नहीं सुन रहें हैं परिणाम स्वरुप बिहार मे अघोषित अराजक स्थिति कायम हो गई है। बिहार में अब नीतीश कुमार का एकबाल खत्म हो चूका है। अब वे एक अणे मार्ग में कुछ खास नेताओं और पदाधिकारियो के कोकस में रह कर सिर्फ नीत नया नया निर्देश जारी कर बिहार के भविष्य को अंधकार में धकेल रहे हैं
इससे पहले कि यहां की स्थिति बद से बदतर हो जाय अपराध और अपराधियो, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियो के खिलाफ आम और खास लोग सभी तरह के आपसी भेदभावों को भुलाकर एकजूट होकर बाहर आयें और अपनी आवाज बुलंद करें।



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