पूर्णियां से बालमुकुंद यादव की रिपोर्ट
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुछ ऐसे मामले आते है जो केंद्र के सदस्यों को भी झकझोर कर रख देती है। कसबा थाना क्षेत्र के सब्दलपुर वार्ड नंबर 14 की एक बुजुर्ग महिला ने अपने दामाद पर बेटी के साथ मारपीट का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें दामाद पर कार्यवाई की बात कही थी। वहीं दुबारा बुजुर्ग महिला केंद्र में उपस्थित हुई और दामाद पर कोई भी कार्यवाई न करने का आग्रह किया। केंद्र ने इस बाबत वजह जानने की कोशिश की तो बुजर्ग महिला ने बताया कि वह बेटी के खुशी के लिए आवेदन दिया था मगर कुछ दिन पूर्व ही बेटी एक बीमारी के वजह से चल बसी। महिला ने कहा कि जब बेटी ही नही रही तो अब दामाद को क्या सजा दिलाना
वहीं केंद्र में दामाद भी उपस्थित था जहाँ महिला ने एक नाती को गोद लेने की इक्षा जताई। बुजुर्ग महिला का कहना था कि बेटी तो रही नही, मगर जिस तरह बेटी को पाला उसी तरह नाती को भी पालेगी। मैं अपने दामाद से आग्रह करती हूं अपने तीन बेटों में से एक बेटा इस नानी की झोली में डाल दे दामाद जो इस केंद्र में उपस्थित था उसने कहा कि मुझे एक बेटा देने में कोई आपत्ति नहीं है किंतु मेरे परिवार के लोग इस बात के लिए राजी नहीं है। दामाद ने यह भी कहा की सास मेरे घर से थोड़ी ही दूर पर रहती है उसको जब जी चाहे अपनी नाती से मिल सकती है इसमें उसे किसी प्रकार की कोई रुकावट नहीं डाली जाएगी
तब केंद्र ने इस मामले को यहीं पर स्थगित कर दिया। इस प्रकार नानी की नाती की फरियाद आंशिक मात्रा में पूरी हो सकी बेटी के बाद नाती को पालने का शौक उसके मन में ही रह गई। जब दामाद ने कहा उसके मां-बाप इसके लिए राजी नहीं है इसलिए मैं अपनी सासू मां से आग्रह करता हूं कि हम दोनों का घर अगल-बगल ही है इसलिए उसे जब चाहे अपनी नाती से मिलने की पूरी छूट रहेगी। इस प्रकार इस मामले को यही स्थगित कर दिया गया
पूर्णिया परिवार परामर्श केंद्र आज 30 मामलों की सुनवाई की गई। जिसमे 9 मामले का निष्पादन हुआ। मामला को सुलझाने में केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वेशयंत्री, बबीता चौधरी, रविंद्र शाह एवं प्रमोद जायसवाल ने अहम भूमिका निभाई।




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