स्कूल हेडमास्टर शिक्षिका पर मेहरबान, हजारी बनाकर दे देते थे रोजाना छुट्टी,बीडीओ ने दोनों को पकड़ा

हेडमास्टर भी निकला बच्चों का निवाला चोर

पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज

पूर्णिया के रुपौली में स्कूल के एक हेडमास्टर आजकल एक शिक्षका पर काफी मेहरबान हैं। शिक्षका को रोजाना अपनी उपस्थित दर्ज कराने के बाद हेडमास्टर द्वारा घर भेज दिया जाता हैं। वहीं हेडमास्टर भी कुछ कम नहीं हैं, वे बच्चों का निवाला हड़पने में लगे हैं। मगर ग्रामीणों की शिकायत के बाद स्कूल के हेडमास्टर और शिक्षिका की पोल खुल गई। रुपौली बीडीओ के औचक निरक्षण में दोनों की चोरी पकड़ी गई।मामला रुपौली प्रखंड के मिडिल स्कूल बाँकी की हैं जहाँ पर पदस्थापित शिक्षिका कमर जहां रोजाना ससमय स्कूल पहुँचकर ई शिक्षा कोष एप और शिक्षकों की उपस्थिति पंजी में अपना हस्ताक्षर कर स्कूल के हेडमास्टर नियामत नदाफ के मिलीभगत से स्कूल से फरार हो जाती थी। शिक्षिका और हेडमास्टर दोनों पड़ोसी भी है और स्कूल के पास घर भी है। रोजाना दोनों को करतूत देख ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से दोनों की शिकायत कर दी। जिसके बाद अचानक बीडीओ अरविन्द कुमार दिन के एक बजे एक बजे स्कूल का निरक्षण करने पहुँच गए। स्कूल पहुँचने के बाद सच मे शिक्षिका कमर जहाँ गायब मिली


सुबह 9 बजे आकर स्कूल से होती थी गायब,फिर 4 बजे बनाती थी हाजरी

फरार शिक्षिका ई-शिक्षा कोष एप पर सही समय उपस्थिति दर्ज की थी। साथ ही स्कूल के शिक्षकोपस्थिति पंजी पर भी 9:30 बजे अपना हस्ताक्षर बनाई थी। जिसके बाद रोजाना की तरह चली गई, फिर 4 बजे आकर अपना जाने का हस्ताक्षर करती, मगर उससे पहले बीच मे ही पकड़ी गई। जब बीडीओ साहब ने स्कूल के हेडमास्टर नियामत नदाफ से शिक्षकोपस्थिति पंजी की मांग किया तो ढूंढने के बहाना बना कर पहले 5 मिनट तक टालमटोल करता रहा।लेकिन जब बीडीओ अरविन्द कुमार ने जब अपना रुख कड़ा किया तो हेडमास्टर ने थक हारकर पंजी बीडीओ साहब को दे दिया, जिसमें शिक्षिका कमर जहाँ गायब पाई गई। वही पूछने पर हेडमास्टर द्वारा बीडीओ को काफी बरगलाने का भी प्रयास किया गया, मगर उनकी एक नहीं चली। वही मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षिका रोजाना अपना हाजरी बनाकर चली जाती है, फिर शाम में स्कूल बंद करते वक़्त आकर पुनः हजारी बनाती है


शिक्षिका के साथ साथ हेडमास्टर का भी खुला पोल

वही बीडीओ अरविन्द कुमार मौके पर ही एमडीएम का भोजन कर रहे छात्रों से बात किया और एमडीएम का गुणवत्ता खुद से चेक किया। वहीं किचन में गंदगी देख हेडमास्टर को फटकार भी लगाई। जब बीडीओ ने हेडमास्टर से बच्चों की उपस्थिति की जानकारी ली तो हेडमास्टर द्वारा 255 बच्चे उपस्थित बताई गई, लेकिन मौके पर जब भौतिक सत्यापन की गई तो मात्र 132 बच्चे ही मिले। यह देख बीडीओ ने फटकार लगाते हुए कहा कि किसी भी कीमत में सरकारी राशि की छूट की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके लिए विभाग को लिखा जाएगा।स्कूल के पूरे महीने का ऑनलाइन एमडीएम रिपोर्ट चेक कर विभाग को लिखा जायेगा। वही बता दे कि मिडिल स्कूल बाँकी में कुल 740 बच्चें नामांकित हैं। अगर सभी योजना की जाँच की जाए तो स्कूल के हेडमास्टर की पोल खुल जाएगी।मामलें को लेकर बीडीओ अरविन्द कुमार ने बताया कि विद्यालय बिल्कुल कुब्यवस्था का शिकार है।विद्यालय प्रधान पूरी तरह से दोषी है ।डीईओ को पूरे मामले की लिखित रिपोर्ट भेजा जायेगा ।गायब शिक्षिका पर कार्रवाई तय माना जाय ।

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