बैसा/सिटिहलचल न्यूज़
पूर्णिया। पिछले कई दिनों से हो रही लगातार वर्षा को लेकर प्रखंड क्षेत्र होकर गुजरने वाली कनकई एवं महानंदा नदी उफना गई है। प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव के घर-घर में पानी प्रवेश कर गया है। लोग अपनी जान की हिफाजत में लगे हैं। माल मवेशियों के साथ उंचे स्थलों की ओर पलायन को मजबूर हो रहे हैं। एसएच 99 पर बाढ़ प्रभावितों की भीड़ देखी जा रही है। प्रखंड के लगभग दर्जन भर से ऊपर गांव के लोग बाढ़ से परेशान हैं। प्रखंड के काशीबाड़ी, हिजली, पोखरया, मठुआ टोली, हरिया, बरडीहा ,मंगलपुर समेत अन्य गांवों में बाढ़ के कारण लोगों के बीच परेशानी का आलम है। मवेशियों का भोज्य पदार्थ बाढ़ के पानी का भेंट चढ़ चुका है। वहीं लोगों के सामने खाने-पीने की समस्या भी धीरे-धीरे उत्पन्न होने लगी है । प्रखंड क्षेत्र के कई गांव का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टुट चुका है । कई जगहों पर सड़कें ध्वस्त हो चुकी है । आसियानी पंचायत के खाताटोली से बरडीहा गांव जाने वाली मुख्य पक्की सड़क एवं आसजा से अभयपुर जाने वाली मुख्य पक्की ध्वस्त हो गया है।
वहीं सिरसी पंचायत के मुखिया मो. हसनैन आलम ने बताया की सिरसी, काशीबाड़ी, हीजली, मठुआ टोली, पोखरया, मलहाना, चिलहनी आदि गांव के कई परिवारों का घर नदी कटाव की चपेट में आकर महानंदा नदी में विलीन हो गया है।तथा कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिसके कारण लोग घर छोड़कर पलायन कर रहे हैं। वहीं समाज सेवी सह मुखिया प्रतिनिधि मो जाहीद आलम एवं जमशेद आलम, जिला परिषद प्रतिनिधि मौलाना शमीम रजा वार्ड सदस्य अहमद रजा, वार्ड सदस्य मो अमीन आदि ने बताया की बाढ़ एवं बरसात ने किसानों के धान का फसल को डुबा दिया है। जिसके कारण प्रखंड क्षेत्र के किसान काफी चिंतित है। वहीं कई गांव के नजदीक भीषण नदी कटाव जारी है। नदी कटाव के चलते दर्जनों परिवार का घर नदी में समा चुका है। एवं नदी कटाव के कारण नदी किनारे स्थित गांव के लोग रतजगा करने पर मजबूर हो गया है।