पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़
सदर थाना क्षेत्र के कटिहार मोड़ रेड लाइट एरिया में पुलिस ने छापेमारी कर 6 युवती को हिरासत में लिया है। हालांकि पुलिस के आने की खबर इनलोगों को पहले ही मिल चुकी थी जिस वजह से संचालिका सहित कई लड़कियां पहले ही फरार हो गई।
बताया जाता है कि पुलिस अधीक्षक आमिर जावेद को गुप्त जानकारी मिली थी कि पूर्णिया के सदर थाना क्षेत्र के कटिहार मोड़ रेड लाइट में नाबालिग लड़की को लाकर धंधा करवाया जा रहा है। जिसके बाद आरक्षी अधीक्षक आमिर जावेद ने सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की और मंगलवार को करीब 05 बजे कटिहार मोड़ रेड एरिया में छापेमारी की गई।वहीं पुलिस की गाड़ी मुख्य सड़क पर लगते ही रेडलाइट एरिया की लड़कियां दूसरे रास्ते से भागने में सफल हुई। वहीं हाल फिलहाल इस धंधे में झोंकी गई लड़कियों को भागने का रास्ता न पता होने पर कुछ पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस टीम ने सभी को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई करते हुए पूछताछ शुरू कर दी है। मामले की जानकारी देते हुए सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि रेड लाइट एरिया में दलाल के द्वारा नाबालिग को बुलाकर धंधा करवाया जा रहा है। एसपी आमिर जावेद के निर्देश पर एक टीम गठित की गई और छापेमारी में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। 6 महिलाओं की हिरासत में लिया गया है। जिसमें एक नाबालिक भी शामिल है। पुलिस छापेमारी पकड़ाए लड़की असम और एक सिलीगुड़ी की है।सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने कहा कि रेडलाइट एरिया से छापेमारी के दौरान हिरासत में ली गई 5 महिलाओं को मुक्त कराया गया । जिसमें एक नाबालिग भी शामिल हैं। सभी का काउंसिलिंग की जा रही है।
बेबी निशा मीनाक्षी है संचालिका
खुश्कीबाग रेडलाइट एरिया में बेबी खातून, निशा प्रवीण और मीनाक्षी के यहाँ छापेमारी में युवतियां बरामद हुई है। तीनो मानव तस्करी का बहुत बड़ा रैकेट चलाती है। हालांकि पुलिस के आने से पहले तीनो फरार हो गई। तीनो अपने धंधे का संचालन पूर्णियाँ के खुसकीबाग, रौटा, किशनगंज, बेगूसराय के अलावे बंगाल के पंजीपारा में करती है। सूत्र बताते है कि पुराने कई धंधेबाज ने मानव तस्करी का काम छोड़कर सिर्फ वेश्यावृत्ति को ही अपनाकर अपना धंधा चला रहे है। वहीं अब लड़कियों के खरीद बिक्री का काम बेबी खातून, निशा प्रवीण और मीनाक्षी ने संभाल रखा है। इनके दलाल देश के कई कोने में है जो लड़कियों को बहला फुसलाकर इनके पास बेच देते है, फिर इनके द्वारा मोटी रकम लेकर 1 साल 2 साल के लिए दूसरे चकलाघर में किराए पर लगा देते है।