पूर्णियाँ/रौशन राही
राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान आयुष मंत्रालय भारत सरकार इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन सूर्या फाउंडेशन के तत्वाधान में पूर्णिया जिला के अंतर्गत धमदाहा प्रखंड स्थित आवासीय बाल विद्या मंदिर आमारी में एक दिवसीय नेचुरोपैथी आरोग्य एवं परामर्श शिविर का आयोजन डॉक्टर संतोष कुमार ने किया । जिसमें राज्य से आए डॉ कृष्ण कुमार राज्य समन्वयक इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन बिहार मुख्य अतिथि सह मुख्य वक्ता के रूप मे गरिमामयी उपस्थिति के बीच हार्दिक स्वागत की गई । डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि आज प्राकृतिक चिकित्सा की आवश्यकता क्यों पड़ी ? कोरोना काल में देखा गया कि बड़ी-बड़ी दवा कंपनी की दवा टाई टाई फिस हो गया और उन्होंने कहा कि जिसका इम्यूनिटी पावर बढ़ी होती है उसी पर हमारा दवा कार्य करता है
लेकिन सभी कंपनियां इसमें असफल रहा तो प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाते हुए आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने निर्णय लिया कि जो गर्म पानी पिएगा जो तुलसी का काढा पिएगा जो ठंडा पानी नहीं पिएगा जो अधिक प्राकृतिक के साथ रहेगा हरा साग सब्जी का भोजन करेगा उसे कोरोना का असर कम होगा lक्योंकि उसके शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है उसकी जिंदगी कई गंभीर रोगों से लड़ने में सक्षम हो जाती है और वह मृत्यु के मुंह से वापस भी आ सकता है इसके साथ ही उन्होंने सभी प्रकार के गंभीर रोगों का इलाज यहां तक कि पेट में सूजन,बच्चा दानी में सूजन, गांठ, अर्थराइटिस, भगंदर, बादी बवासीर इत्यादि बिना ऑपरेशन के प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा की जाती है l शत प्रतिशत ठीक होता है । इसके अलावा सभा का संचालन श्री श्याम किशोर झा और सभा की अध्यक्षता स्कूल की प्राचार्या श्रीमती बबीता झा ने की
सभी के बीच कार्यकर्ता मंतोष द्वारा अमृत आहार और फलाहार वितरण किया गया और सभी को सुबह में अमृत आहार फलाहार करने को कहा गया सप्ताह में 1 दिन उपवास करने से कई गंभीर रोगों से बचा जा सकता है साथ ही फलाहार भी करने की सलाह दी बाजार का भोजन नहीं करने की सलाह दिया गया । पकोड़ा सिंघाड़ा लिट्टी फास्ट फूड इत्यादि से बचने की सलाह देते हुए कहा इसके अधिक सेवन से लिवर खराब हो सकता है।शिविर में श्री आनंद कुमार और मंतोष कुमार,प्रमोद कुमार मोदी श्रीमती पिंकी कुमारी अन्य कई लोगों की उपस्थित में लगभग 195 लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया ।