कोढ़ा/शंभु कुमार
कालाजार से निजात हेतु छिड़काव कर्मियों के बीच एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोढा के सभागार में किया गया। जिसमें कि कालाजार फैलाने वाली बालू मक्खी को नाश करनी वाली सैंनथेथेटिक पराथोराइड नामक दवा से छिड़काव करने वाले छिड़काव कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। मुख्य रुप से जिले से आये जिला भैक्टर बोर्न डीडीज नियंत्रण पदाधिकारी जय प्रकाश सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान छिड़काव कर्मियों को कहा की कोढ़ा के कालाजार प्रभावित चिन्हित राजस्व ग्रामो के टोले में ही आपलोग कार्य योजना प्रपत्र के अनुसार निर्धारित समय में कार्य आरंभ करेंगे व कार्य को समाप्त करेंगे।
गृह मालिक को अपना परिचय देकर उनके सभी कमरें गौशालाओं,पुजा घरों, शौचालय नमी व दरार वाले दिवाल में आवश्यक रूप से छिड़काव करेंगे। एवं छिड़काव पुर्व गंभीर रूप से बिमार व्यक्ति, नवजात शिशु,पशु तैयार खाद्य सामग्री हटा कर ही छिड़काव करें छिड़काव बाद तीन घंटे घरों में जाने से बचें व तीन माह तक छिड़काव किए घरों में किसी भी प्रकार का लिपाई पुताई ना करें। कालाजार फैलाने वाली बालू मक्खी इसी स्थानों पर पनप सकती है।वही मलेरिया निरीक्षक नंद कुमार मिश्र ने बताया की आमजनों को कालाजार बिमारी से बचाव , कालाजार कैसे फैल सकता है उनके रोकथाम कैसे किया जा सकता है विस्तार पूर्वक जानकारी दी। साथ ही कहा कि गुणवत्तापूर्ण छिड़काव के लिए किसी भी प्रकार का समझौता किया जाएगा किसी भी दल में छिड़काव को लेकर कोई त्रुटी पायी गई तो उस दल के ऊपर विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।साथ ही कार्य के दौरान सभी दल के एसएफडब्लू कालाजार रोगी को खोज करते हुए चिन्हित करें रोगी मिलने पर उनका जांच व ईलाज मुक्त किया जाता है पुर्ण ईलाज उपरांत 7100 रूपये की राशि केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा श्रमक्षति पूर्ती की रूप में प्रदान की जाएगी ।साथ ही 2018 से 2023 वर्ष में पुर्ण ईलाज किये कालाजार रोगी को प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत पक्का मकान देने का भी प्रावधान है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अमित आर्या ने गुणवत्तापूर्ण छिड़काव करने की अपील की ।वही भीबीडीएस अमरनाथ सिंह ने कर्मी को उपकरण के विभिन्न भाग के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी साथ ही कालाजार के लक्षण के बिषय में बताया की 15 दिनों से शरीर में लगातार बुखार बना रहे शरीर का रंग काला पड़ने के साथ यकृत लीवर बढ़ने लगे तो इस स्थिति में जांच कराना अतिआवश्यक है।सभी गृह मालिक अपने घरों के आसपास पानी का जल जमाव नहीं होने दे ,नमी व छिद्रों वाले दिवालो को यथा शीघ्र भर दे। यथासंभव मछरदानी का प्रयोग सोते से अवश्य करें, जमीन पर सोने से बचें वही इस प्रशिक्षण में कोढा के एसएफडब्लू कैलाश पासवान,अरूण मंडल,नंद कुमार साह, फलका के एसएफडब्लू मोहम्मद रियाज आलम, शंभु साह , कैलाश दास,के साथ कोढा फलका समेली के कई छिड़काव कर्मी मौजूद थे।