सिटी हलचल न्यूज़ / मनीष कुमार
कटिहार : कृषि विज्ञान केन्द्र कटिहार में प्राकृतिक खेती विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया! डॉ रीता सिंह, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र कटिहार ने बताया कि वर्तमान परिस्थिति में अत्यधिक रासायन एवं उर्वरक के प्रयोग से मृदा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर एवं रसायनों का असर मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है
जिसके कारण प्राकृतिक खेती आज की आवश्यकता बन गई है! कृषक जीवामृत, घनजीवामृत, बीजामृत इत्यादि का प्रयोग कर कृषक अपनी मृदा स्वास्थ्य को बनाये रख सकते हैं साथ ही खेती में लगने वाले लागत को कम कर सकते हैं! डॉ सुशील कुमार सिंह, कृषि वैज्ञानिक ने कृषकों को जीवामृत बनाने की विधि बताया! कृषक जीवामृत बनाने के बाद इसे अपने खेत में डाल सकते हैं
जीवामृत से फसलों को पोषण मिलता है साथ ही जमीन मे मौजूद लाभदायक जिवाणु सक्रिय रहते हैं! इस मौके पर पच्चीस कृषक उपस्थित रहे! साथ ही इस मौके पर केन्द्र के अन्य वैज्ञानिकगण एवं कर्मीगण पंकज कुमार, स्वीटी कुमारी, ओम प्रकाश भारती, मुकेश कुमार उपस्थित रहे!