Top News

ब्यापारी ने ठगी कर लिया किसान का मक्का तो किसान ने पीटपीट कर कर दी हत्या

पूर्णिया /बालमुकुन्द यादव 

किसान बहुत मुश्किल से अपने फसल को उपजाता है। वही अगर कोई उसके मेहनत की कमाई को ठग ले तो किसान कुछ भी कर गुजरने से परहेज नहीं करता है। जिले के टीकापट्टी थाना क्षेत्र के डुमरी गांव में किसान का मक्का ठगकर भागे ब्यापारी का किसान ने अपहरण कर पीटपीट कर हत्या कर दी। मृतक ब्यापारी कटिहार जिले के कुरसेला क्षेत्र निवासी सकलदेव चौरसिया था। मृतक के शरीर पर जगह -जगह पिटाई के निशान है। मृतक का शव किसान के घर से ही बरामद किया गया है


घटना के संबंध में बताया जाता है कि टिकापट्टी थाना क्षेत्र के डुमरी निवासी किसान योगेंद्र मंडल ने एक माह पूर्व एक लाख 39 हजार 9 सौ 86 रुपये का मक्का मृतक ब्यापारी सकलदीप चौरसिया के पास बेचा था। गाड़ी पर मक्का लोड करवाकर काटा करने के बाद गाड़ी को रवाना कर दिया। वही किसान को 10 मिनट में बैंक खाता में पैसा भेजने की बात कहकर चकमा देकर ब्यापारी भी रफूचक्कर हो गया। जिसके बाद ठगी का शिकार पिता पुत्र कुरसेला थाना में मृतक के खिलाफ ठगी का आवेदन भी दिया था। मगर पुलिस के तरफ से कोई कार्यवाई नही हुई।जिसके बाद किसान का पूरा परिवार ब्यापारी सकलदीप चौरसिया को खुद ढँढ़ने में लग गया


वही घटना के संबंध में किसान की पत्नी सुलेखा देवी ने बताया कि उन्होंने कर्ज लेकर खेती की थी मगर सकलदीप ने सब ठग लिया। 15 दिन पूर्व उसके बेटे अभिजीत द्वारा सकलदीप को पकड़कर लाया था जिसमे उसने 2 3 दिन में पैसा देने का वादा कर भाग गया। जिसके बाद से फिर वह चकमा देने लगा।बताया जाता है कि शुक्रवार शाम किसी ने किसान के पुत्र अभिजीत को ब्यापारी की कुरसेला हाई स्कूल के पास होने की सूचना दी। जिसके बाद पूरा परिवार चार चक्का वाहन से उसे उठाकर अपने घर ले आया और मारपीट की जाने लगी। जिसके बाद उसे एक कमरे में बंद कर कर दिया गया। वही किसान सुबह कमरे को खोला तो ब्यापारी मृत पाया गया। जिसके बाद डर से सभी घर छोड़कर फरार हो गए

वही घटना की सूचना पर टिकापट्टी थानाध्यक्ष मौके पर पहुँच किसान के घर से शव बरामद कर पोस्टमार्टम हेतु पूर्णिया भेज दिया है। वही मृतक के पिता राधेश्याम चौरसिया के आवेदन पर पुलिस किसान के परिवार के धरपकड़ में जुट गई है। मालूम हो कि ब्यापारी सकलदीप चौरसिया पर पूर्व में भी इसी तरह के कई ठगी के आरोप लग चुके है। अगर कुरसेला पुलिस किसान के लिखित आवेदन पर कार्यवाई करती तो इस तरह की नौबत नही आती।

1 Comments

  1. पुलिस कार्रवाही करती तो किसान को भरोसा होता और जान भी नहीं जाती , गुलाबबाग (पूर्णियाँ) में भी ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जो कि चेक देकर निकल जाते हैं और बाद कोई अता पता नहीं चलता , पुलिस इन सब मामलों को सामान्य घटना मानकर चलती है

    ReplyDelete

Post a Comment

Previous Post Next Post