शिक्षा के प्रति अलख जगाने के उद्देश्य से शिक्षा जागरूकता एवं समाज सुधार सम्मेलन का किया गया आयोजन

फलका से आरफीन बहार की रिपोर्ट

कटिहार: फलका प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सालेहपुर महेशपुर ग्राम में मुस्लिम समुदाय में शिक्षा के प्रति अलख जगाने के उद्देश्य से शिक्षा जागरूकता एवं समाज सुधार सम्मेलन का आयोजन किया गया। तालीम ए  बेदारी मुआसरा कार्यक्रम सफलतापूर्वक उत्साह के साथ मुल्क व कौम की शांति की दुआ के साथ गुरुवार की अल सुबह सम्पन्न हो गया। जलसे का आगाज कुरान पाक की तिलावत से की गई। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता जमील अहमद रहमानी ने की। वही जमीअत उलमाये हिंद बांका के सैयद हसन असजद मदनी जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि जब लीवर एक है, हार्ट एक है, सूरज एक है, चांद एक है


जब हम सभी सांस के रूप में एक ही ऑक्सीजन लेते हैं। और अंदर वहीं कुछ बनता है जो सबके अंदर बनता है। जिस तरह एक मुल्क में दो प्रधानमंत्री नहीं हो सकते, एक पंचायत में दो मुखिया का होना असंभव है तो फिर इतने बड़े ब्राह्मण्ड को चलाने वाला ईश्वर दो कैसे हो सकता है। ज्ञान के बिना सारी दुनिया में अंधेरा है। अंधेरे में भूतों की उपस्थिति का भय होता है। इसलिए हर जगह उजाला फैलाओ डर का भूत स्वंय भाग जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि आज हिंदू और मुसलमान के बीच में जो दूरियां है वह एक सोची समझी साजिश के तहत है। क्योंकि अगर यह एक हो गए तो बहुत बड़ी ताकत बन जाएंगे। और दुनिया वाले ऐसा होने देना नहीं चाहते। जिस प्रकार दो चचेरे भाइयों के दादा और परदादा एक होते हैं

इसी तरह हिंदू और मुसलमान भी दोनों भाई हैं। हमारा रिश्ता अटूट है। बस जरूरत है ईल्म और ज्ञान की। चाहे हम कोई भी धर्म ग्रंथ पढ़ें सभी में प्रेम की बातें ही कही गई है। वहीं मुफ्ती एजाज रहमानी ने अपने संबोधन में कहा कि दहेज समाज के लिए एक कोढ़ जैसी बीमारी हो गई है। इससे समाज को बचाने की जरूरत है। अब्दुल करीम शायर सरफराज मौलाना इसराइल अहमद कासमी आदि ने भी संबोधित किए। वहीं जलसा को सफल बनाने में पूरे सालेहपुर महेशपुर ग्रामवासी का सहयोग रहा।

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