अररिया से बालमुकुंद यादव की रिपोर्ट
अररिया :जिले में टीबी उन्मूलन के लिये किये जा रहे प्रयासों में बीते कुछ दिनों से तेजी देखी जा रही है। सिविल सर्जन की अध्यक्षता में बुधवार को हुई डिस्ट्रिक्ट टीबी कोर्डिनेटशन कमेटी की बैठक में राष्ट्रीय टीबी उन्मूल कार्यक्रम के तहत निर्धारित विभिन्न सूचकांकों में सुधार देखा गया। जिला टीबी नियंत्रण कार्यालय में आयोजित कोर्डिनेशन कमेटी की बैठक में सिविल सर्जन ने विभिन्न सूचकांकों की गहन समीक्षा की साथ ही वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को कई जरूरी दिशा निर्देश दिये। बैठक में सीडीओ डॉ वाईपी सिंह, डीआईओ डॉ मोईज, डीपीएम एड्स अखिलेश कुमार सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मी मौजूद थे
हर सप्ताह करें मरीजों भौतिक सर्वेक्षण : सीएस
समीक्षात्मक बैठक में भाग लेते हुए सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने टीबी मरीजों की अद्यतन स्थिति का पता लगाने के लिये कर्मियों को हर सप्ताह मरीजों का भौतिक सर्वेक्षण का आदेश दिया। ताकि मरीजों द्वारा नियमित रूप से दवा का सेवन सुनिश्चित कराया जा सके। इसके लिये उन्होंने संबंधित कर्मियों को क्षेत्र भ्रमण के दौरान मरीजों के सेहत संबंधी मामलों की समीक्षा का निर्देश दिया। सिविल सर्जन ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान टीबी मरीजों के जांच की प्रक्रिया बहुत हद तक बाधित हुई है। लिहाजा इसमें तेजी लाना जरूरी है। समय पर रोगी की पहचान कर कई लोगों को रोग की चपेट में आने से बचाया जा सकता है। इसके लिये सभी टीबी केंद्रों पर निर्धारित लक्ष्य की तुलना में जांच सुनिश्चित कराने का आदेश दिया। टीबी नोटिफिकेशन की संख्या में तेजी लाने के लिये उन्होंने निजी चिकित्सकों से निरंतर संपर्क स्थापित कर इसमें सुधार की बातें कही
टीबी उन्मूलन की दिशा में किया जा रहा गंभीर प्रयास : सीडीओ
सीडीओ डॉ वाईपी सिंह ने कहा कि बीते एक महीने के दौरान जिले में टीबी नोटिफिकेशन के मामले में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जांच प्रक्रिया में आयी तेजी की वजह से इस दौरान टीबी के 209 नये मामले सामने आये हैं। निक्षय योजना पर उनका पंजीकरण सुनिश्चित कराते हुए उनका इलाज शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल अब तक जिले में टीबी के कुल 911 मामले मिले हैं। जिनका इलाज जारी है। उन्होंने टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता में मरीजों के नोटिफिकेशन को जरूरी बताया। इसे लेकर उन्होंने विभागीय कर्मियों को जरूरी निर्देश दिये।