बायसी/मनोज कुमार
बिहार के पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड के भुतहा पंचायत वार्ड 8 शर्मा टोली के करीब 2000 की अवादी वाले गांव को चलने के लिए एक रास्ता भी मय्यसर नहीं हैं। हालात यह है कि रास्ता न होने के वजह से कोई इस गाँव मे शादी भी करना नहीं चाहता हैं। गाँव वालों को अपने घरों तक बारात को लाने के लिए जमीन वालो से फसल की क्षति पूर्ति कर 2 दिनों के किराए पर रास्ता लेना होता है। किसी के मौत पर भी सर पर लकड़ियों को ढोना होता है।वहीं गाँव के बुजुर्ग बताते है कि वे लोग बाप-दादा के समय से निजी रास्ते का उपयोग करते आ रहे हैं। मगर बदलते समय मे जो दो समुदाय में कटुता फैली हैं, उनके वजह से उनलोगों का रास्ता अब रोक दिया गया हैं। अब उनके पास आने जाने का थोड़ा भी रास्ता था, वह भी बंद हो गया हैं
इसको लेकर प्रशासन ने कई बार नापी कराया, मगर उनलोगों को आज तक चलने के लिए रास्ता नसीब नहीं हुआ है। वहीं सभी ग्रामीण ने इसको लेकर पूर्णिया डीएम को आवेदन भी दिया हैं। वहीं रास्ता बंद करने वाले दूसरे समुदाय के लोगो का तर्क है कि पहले के जमाने मे कई जमीन खाली रह जाती थी, जिसपर लोग आवागमन करते थे। मगर अब जमींदारों का भी परिवार बड़ा हो गया है। हिन्दू समुदाय के लोग जिधर से रास्ता की माँग कर रहे है,वह किसी और के हिस्से में है। अगर वह जमीन दे देगा तो उनके पास भी कोई जमीन नहीं बचेगा
जबकि हिन्दू समुदाय को अन्य जगह से रास्ता दिया जा रहा है, मगर वे लोग रास्ता लेने को तैयार नहीं हैं, मामले को हिन्दू-मुस्लिम का रंग देने की कोशिश की जा रही हैं।हालांकि रास्ता का यह विवाद कोई नया नहीं हैं। कई बार लोगो ने बायसी प्रशासन को इसकी लिखित शिकायत की है। वहीं अब जिलाधिकारी को भी आवेदन देकर जिला प्रशासन के संज्ञान में बात आ गई है। इसलिए प्रशासन को भी चाहिए कि जल्द पहल कर रास्ता विवाद को सुलझाया जाय, नहीं तो जिस तरह लोगो ने हिन्दू-मुस्लिम कार्ड खेलना शुरू कर दिया हैं, उससे आने वाले समय मे यह मामला प्रशासन के लिए गले की फांस बन जाएगी।