पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज
पूर्णिया पूर्व प्रखंड व मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रानीपतरा सर्वोदय आश्रम की जमीन को अतिक्रमण कर लेने का मामला सामने आया हैं। इसकी शिकायत खादी ग्रामोद्योग के मंत्री नवीन चंद्र पाल ने मुफस्सिल थानाध्यक्ष से की है। मंत्री ने अतिक्रमित जमीन को खाली करने एवं अतिक्रमणकारी गजाधर पोद्दार व उनके सहयोगी के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करने का भी आग्रह किया है। उन्होंने मुफस्सिल थाने में आवेदन देने के अलावा इसकी प्रतिलिपि सदर अनुमंडल पदाधिकारी पूर्णिया, पुलिस अधीक्षक पूर्णिया, जिलाधिकारी पूर्णिया सहित राज्य निर्देशक खादी व ग्रामोद्योग आयोग के राज्य कार्यालय शेखपुरा, पटना एवं निबंधन महानिरीक्षक मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग पटना को भी देकर सूचित किया है। उन्होंने दिए गए, आवेदन में बताया है कि सर्वोदय आश्रम खादी ग्रामोद्योग, रानीपतरा एक निबंधित संस्था है
जिसकी जमीन एवं मकान पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया जिले के विभिन्न स्थानों पर अवस्थित है।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया है कि रानीपतरा के चांदी और राजीगंज मौजा में लगभग 15 एकड़ जमीन है। जिसमें संस्था की जमीन रानीपतरा रेलवे स्टेशन के पश्चिम भाग के चांदी मौजा में खाता- 543, खेसरा- 3074/5642, रकवा- 2 बीघा, 7 कट्ठा और 15 धूर है। इसी जमीन के पश्चिम ऑल में गजाधर पोद्दार पिता- स्वर्गीय जगदीश पोद्दार, साकिन- रानीपतरा बाजार, थाना- मुफस्सिल, जिला- पूर्णिया ने जबरन जमीन का अतिक्रमण कर सीमेंट का खूंटा और कटीले तार से घेर लिया है। जब, उन्हें इसकी जानकारी मिली तो वे वहां गए और गजाधर पोद्दार को ऐसा नहीं करने के लिए कहा तो वह उनसे बुरी तरह से उलझ गया। यहां गजाधर पोद्दार के द्वारा उनसे कहा गया कि यह आपकी जमीन नहीं है
यह संस्था की संपत्ति है। इसीलिए वे लोग इसे घेरेंगे, जिसको जो करना है कर ले। मंत्री ने संभावना व्यक्त किया है कि भविष्य में कभी भी उनके साथ गजाधर पोद्दार एवं उनके सहयोगी द्वारा कोई अप्रिय घटना कर या करवा सकते हैं। इस संदर्भ में पूछे जाने पर मंत्री नवीन चंद्र पाल ने बताया कि उन्होंने संस्था के प्रबंध समिति के वरिष्ठ सदस्य से इस संदर्भ में सलाह-मशविरा करके उक्त अतिक्रमण के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने विचार करते हुए प्राथमिक की दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए थाना में आवेदन दिया है।जब इस संदर्भ में मुफस्सिल थाने के एसआई सुधीर कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि थानाध्यक्ष द्वारा उन्हें जांच के लिए दिया गया है, वे अभी तक जांच नहीं कर पाए हैं। अतिक्रमण का मामला है, वे अतिक्रमण खाली करने को लेकर अंचलाधिकारी पूर्णिया पूर्व को लिखकर भेजेंगे।