पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़
मीरगंज निवासी स्मैक तस्कर सुमन उर्फ चेना नए साथी मनीष साह के साथ आखिरकार विगत गुरुवार को कटिहार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया । बताते चलें कि स्मैक तस्कर सुमन उर्फ चेना का मोबाइल दुकान धमदाहा - रुपौली स्टेट हाइवे पर थाना से महज कुछ ही दूरी पर दुकान था । जो अपने टीम द्वारा मीरगंज बाजार के चारों मार्ग में स्मैक बेचवाता था । स्मैक तस्कर अपने टीम में नए नए युवक के साथ नाबालिग को जोड़ता था । 20-40 पुरिया बेचने पर 300 रुपया देता था जो लड़का रुपया नहीं लेता उसे 2 वक्त स्मैक पिलाता था और नशा का तस्करी कराता था । स्थानीय लोगों ने अपने नाम को सार्वजनिक न करने की बात करते हुए कहा कि सुमन उर्फ चेना नेपाल,बंगाल से सुबह ओर रात में स्मैक भारी मात्रा में लाता था । स्मैकर के मुताबिक सुमन साजन को धमदाहा अनुमंडल का स्मैक भींडर के नाम से जाना जाता था
जिससे स्मैक लेने धमदाहा, कुकरौन, सनझाघाट, घरारी, बघवा, पीरमोकम, काझा, बड़कोना, चंपावती, सरसी समेत मीरगंज के आसपास से काफी संख्या में युवक स्मैक खरीदने सुमन उर्फ चेना के पास पहुंचता था । थाना से महज कुछ दूरी पर घर होने के कारण वह आसानी से पुलिस ग़स्ती का पता कर लेता था फिर वह पुलिस गस्ति गाड़ी के विपरीत दिशा में अपने ग्राहक को बुलाकर स्मैक दे देता था । इस प्रकार स्मैक जैसी जहर बेच करोड़ों की जमीन खरीदा और आराम की जिंदगी जीने लगा । किसी भी सामाजिक आयोजन या कार्यक्रम में वह भाग नही लेता था । हमेशा कैमरा की नजरों से अपने को बचाकर रखता था । साथ ही अपना आधार कार्ड एडिट करके रखता था । सुमन उर्फ चेना के कारण लोग स्मैकरो द्वारा चोरी एवं अपने बाल बच्चे का लत बिगड़ते देख काफी परेशान थे । परंतु शिकायत करने पर उल्टे मुंह मियां मिट्ठू बन जाता था । सुमन उर्फ चेना स्थानीय समाजसेवियों की डिमांड पर उसके घर पर विदेशी शराब फ्री में पहुंचता साथ ही नगद से भी मदद करता जिसके कारण समाजसेवी लोग उसके पक्षधर हो गए
बहरूपिया के तरह रूप बदलने के कारण प्रशासन को हमेशा चकमा मार देता था । और बंगाल से स्मैक लाने में बस या ऑटो की सवारी करता था जिसके कारण पुलिस से वह पिछले कई सालों से बचता रहा । लोकडाउन के बाद वह करोड़ों की जमीन खरीदा जिससे उसके घरवालों ने भी स्मैक तस्करी में उसका फुल स्पोर्ट किया । सुमन साजन उर्फ चेना दिमाग से काफी शातिर था । कुछ दिनों से पुलिस उसका पीछा कर रहा था जिसकी सूचना उसके चाहने वाले दे देते थे । जिसके बाद से वह प्रिंटिंग प्रेस के संचालक मनीष साह पिता ज्ञानी साह को अपने अनलीगल कारोबार में प्रलोभन देकर लाया, दरअसल मनीष साह कुछ महीनों से पोर्टल न्यूज में कार्य कर रहा था और अपने बाइक पर प्रेस लिखाया हुआ था । जिसका फायदा उठाने के लिए सुमन उर्फ चेना ने उसे साथ लेकर स्मैक का खेप आसानी से लाने लगा । गुरुवार की सुबह कटिहार पुलिस को गुप्त सूचना मिली जिसके बाद मनिहारी मोर पर पुलिस ने 200 ग्राम स्मैक के साथ दोनों को दबोच कर जेल भेज दिया । धमदाहा - मीरगंज के लोगों का मानना है कि सुमन उर्फ चेना के जेल जाने के बाद चोरी की घटना थम गया है ।



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