पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़
लोगो की लगातार माँग रही है कि सहरसा, मधेपुरा,मुरलीगंज ,बनमनखी पूर्णिया कोर्ट रेल लाइन में यात्री ट्रेन की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए सोसल मीडिया में सोशल एक्टिविस्ट, स्थानीय संघटन ,जनप्रतिनिधि लगातार प्रयास कर रहे हैं। यह रेलखंड लगभग 70 से 80 लाख आबादी को रेल की सुविधा प्रदान करता है। कम सुविधा के बाबजूद पूर्णिया, मधेपुरा पूर्व मध्य रेलवे के स्टेशनों में अव्वल रहता है। फिर भी रेल मंत्रालय द्वारा इस रेलखंड की उपेक्षा की जाती हैं। वही काफी दबाब में बाद एक स्पेशल ट्रैन का परिचालन शुरू किया गया जो सहरसा से रात्रि के 23:30 को खुलकर सभी छोटी बड़ी स्टेशन पर रुकती हुई पूर्णिया कोर्ट रात्रि के 2:30 में पहुंचेगी। वही वापसी में यही ट्रेन सुबह 3 बजे खुलकर बनमनखी, मधेपुरा होते हुए सहरसा सुबह 6:15 बजे पहुंचेगी। यह ट्रेन अभी पूजा को देखते हुए अस्थाई रूप से चलाया गया हैं। हालांकि इतनी रात में ट्रैन देने से लोगो को ज्यादा फायदा नहीं होगा। इतनी रात को ट्रैन से उतरने के बाद लोगों को गंतब्य तक सवारी भी नहीं मिलेगी। लेकिन इस ट्रेन से लोग सहरसा में वैशाली का मेल ले सकतें हैं। जबकि लोगो की मांग वैशाली एक्सप्रेस का विस्तार पूर्णिया कोर्ट तक करने की है। साथ ही सहरसा-राजेंद्र नगर का विस्तार बिहारीगंज तक,
सहरसा से जमालपुर पैसेंजर जो फिर जमालपुर से गया जाती है, उसका विस्तार पूर्णिया कोर्ट/बनमनखी तक करने की मांग हैं। वहीं आपको बता दे कि पूर्णिया कोर्ट से सहरसा के लिए जो भी पैसेंजर डीएमयू ट्रैन चलती है, उसमे डब्बों की संख्या काफी कम होती हैं, जिस वजह से ट्रेनों में यात्री चढ़ नहीं पाते है। लोगों की माँग है कि डीएमयू ट्रैन को ईएमयू पर परिवर्तित कर कटिहार तक चलाया जाए। फिलहाल पूर्णिया से सहरसा के लिए रात्रि में चलाया गया डीएमयू ट्रैन ऊंट के मुँह में जीरा के समान हैं। इस ट्रैन से लोगो को कोई फायदा नहीं मिलेगा, क्योंकि इससे पूर्व जानकी और कोसी ट्रैन पूर्णिया कोर्ट से खुलेगी, जिससे सारे पैसेंजर सहरसा निकल जाएंगे।