सिटी हलचल न्यूज़ कुरसेला (कटिहार) :
अंचला पदाधिकारी के द्वारा रोड किनारे भीषण गड्ढे को देखते हुए रोड की दोनों और बांस लगाकर लाल निशान घेरा लगाया गया।गंगा व कोसी नदी में तीन दिनो से तेजी से बाढ पानी बढ़ता जा रहा है। जिससे कुरसेला प्रखंड मे बाढ का खतरा फिर से मडराने लगा है। बाढ का पानी तेजी से निचले इलाके में फैल रहा है। तटीय क्षेत्रो के गांवों में बाढ़ संकट को लेकर ग्रामीण लोग बाढ आने से सहमे हुए है। वहीं बाघमारा गांव जाने वाली सड़क पर 4 फिट चढ़ा पानी आवागमन हुआ बाधित।
वहीं बाघमारा गांव जाने मे शिक्षक शिक्षिका तथा तथा ग्रामीण को आवागमन का एक नाव ही सहारा बचा है। एक डेंगी नाव के सहारे आना जाना कर रहे हैं।
प्रखंड क्षेत्र के शेरमारी,चांयटोला, खरवार टोला, ,खेरिया, तीनघरिया,बालू टोला,पत्थर टोला,कमलाकान्ही,बसुहार मजदिया,बाघमारा,पचखुटी,मेहर टोला,कुरसेला बस्ती,गुमटी टोला, मिर्जापुर,मलिनियां, आदि गांवों के आस-पास बाढ़ के पानी का फैलाव तेजी से हो रहा है।
नदी के जलस्तर में वृद्वि से निचले भूभाग में लगे मक्का,पाट , धान सहित खरीफ फसलो को बाढ़ से डुबने का खतरा बढ़ गया है।
पशुपालको ने बताया कि बाढ़ के पानी में बड़े भुभाग डुब जाने से हरा पशुचारा का आभाव पड़ गया है। जिससे पशुपालक उचे स्थान सङक , बांध पर शरण लेना शुरू कर दिया है। इसी प्रकार यदि जलस्तर का बढना जारी रहा तो प्रखंड क्षेत्र के गांव बाढ से डूब सकता है। वही जानकारी देते हुए अंचला पदाधिकारी सुश्रीअनुपम ने बताया कि कुर्सेला नगर पंचायत में तीन नाव का परिचालन हो रहा है। पानी बढ़ने के कारण बाघमारा रोड के दोनों ओर बास लगाकर लाल निशान घेरा लगा दिया गया है।वहीं गहरे पानी में ग्रामीणों से नहीं जाने तथा तैरने की अपील की है।