बैसा (पूर्णियां ) बोल बम, हर-हर हमादेव, शंकर भगवान की जय आदि जय घोषों से पूरा वातावरण भक्ति मय रहा। सावन की दूसरी सोमवारी को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया। तपती गर्मी के बीच शिव भक्त सुबह से शिव मंदिर में पहुंच, बेल पत्र, फुल अच्छत, धतुरा, धुप अगरबत्ती आदि चढ़ा जलाभिषेक किया।
इसमें महिला और पुरूषों के साथ-साथ बच्चे भी पीछे नहीं रहे। वहीं महिलाओं ने भोले शंकर की गीत भी गाये। वहीं उपवास भी रखा गया। प्रखंड के रौटा, खपड़ा,किलपाड़ा, चरकपाड़ा, धुसमल, कंजिया,बैसा आदि शिव मंदिरों में काफी भीड़ रही। ऐसा माना जाता है कि सावन माह में भोले शंकर पर जलाभिषेक करने से मन की मुरादे पूर्ण होती है।