सीएम डीएम थाना तक गुहार काम नहीं आया, उतार दिया मौत के घाट



पूर्णियाँ/विकास कुमार झा

एक किसान अपनी जमीन बचाने के लिए मुख्यमंत्री से लेकर डीएम, सीओ,थाना तक गुहार लगा लिया, मगर इंसाफ की आस में उसे आज रविवार अहले सुबह विपक्षियों ने मौत के घाट उतार दिया। मृतक शाम को ही थाना के जनता दरबार से वापस आया था और सुबह उसकी हत्या हो गई।घटना बिहार के पूर्णियाँ जिले के भवानीपुर थाना क्षेत्र के झलारी दियारा बहियार की है। किसान को एक गोली मारी गई है वही शरीर मे कई जगह चाकू के गहरे निशान भी है। मृतक व्यक्ति का पहचान रूपौली थाना क्षेत्र के सिंहपुर दियारा निवासी 62 वर्षीय दहोगी मंडल के रूप में हुई है। मामले को लेकर मृतक दहोगी मंडल के पुत्र राजेश मंडल ने बताया सुबह चार बजे पिता रोज़ उठकर सुपौली भगवती स्थान में प्रणाम कर चाय पीने दरगाह जातें थे, जिस क्रम में आज सुबह मेरे पिता कि हत्या गोली मारकर एवं चाकू घोंपकर कर दिया गया है। वही घटना की सूचना मिलते ही रूपौली थाना अध्यक्ष अमजद अली घटनास्थल पर पहुंचे जहां पर स्थानीय चौकीदार के द्वारा बताया गया कि यह क्षेत्र भवानीपुर थाना में पड़ता है जिसके बाद रूपौली थाना अध्यक्ष अमजद अली के द्वारा इसकी सूचना भवानीपुर थाना अध्यक्ष सूरज प्रसाद को दी गई। सूचना मिलते ही भवानीपुर थाना अध्यक्ष सूरज प्रसाद दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु पूर्णिया भेजने की तैयारी कर रहे है मगर परिजन घटनास्थल पर डीएम एसपी को बुलाने की माँग करने लगे। जिसके बाद धमदाहा डीएसपी संदीप गोल्डी घटनास्थल पर पहुंच मृतक दहोगी मंडल के परिजनों से बात किये एवं उसके बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिये तैयार हुए जिसके बाद पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम हेतु पुर्णिया भेजा गया। वहीं पूर्णियाँ से डॉग स्कवाड टीम आकर घटनास्थल पर अपराधियों के निशान की जाँच कर हत्यारे तक पहुँचने का प्रयास कर रही है।


मृतक दहोगी मंडल के पुत्र ने बताया 10 कट्ठा जमीन को लेकर हमारे पिता एवं चाचा बनारसी मंडल एवं अक्ल मंडल सहित अन्य से विवाद चल रहा था। जिसको लेकर उनके पिता  रूपौली अंचलाधिकारी के कार्यालय एवं रूपौली थाना के साथ साथ मुख्यमंत्री के जनता दरबार, डीएम तक को आवेदन दे रखा था। कल शनिवार को थाना में लगने वाले जनता दरबार में पहुंचे थे। जहाँ इनके विपक्षी भी पहुँचे थे। जहाँ लगभग उनके पक्ष में फैसला आने ही वाला था। वही मृतक दहोगी मंडल के पुत्र वधू ने बताया कि तीन दिन पहले बनारसी मंडल एवं अन्य ने जान से मारने की धमकी भी दिया था।

दहोगी मंडल को था कानून पर विश्वास लेकिन नहीं मिला इंसाफ:

 मृतक दहोगी मंडल के पुत्र राजेश ने बताया कि उनके पिताजी सब दिन कानून के रास्ते से ही न्याय का गुहार लगाने की सलाह देते थे लेकिन आजतक न्याय नहीं मिला और बदले में हत्या हो गई।


मृतक दहोगी मंडल को जब अंचल से लेकर जिला मुख्यालय तक न्याय नहीं मिला तो वह मुख्यमंत्री जनता दरबार पहुंच अपना आपबीती सुनाया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कार्यवाही का निर्देश दिया था। जिसके बाद पुनः उसका थाना व अंचल कार्यालय का चक्कर लगना शुरू हो गया। जहाँ सभी जगह से उनके पक्ष में फैसला आया, मगर विपक्षी ने जमीन पर कब्जा कर रखा था, उसे छोड़ने को तैयार नहीं था।सबसे हैरत की बात यह है कि मृतक ने शनिवार को थाना के जनता दरबार मे अपना पक्ष रखते के साथ साथ जान का खतरा का भी अंदेशा जताया था। वही 10 घंटे बाद उसकी हत्या हो गई।

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