भवानीपुर/बमबम यादव
भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सुरैति पंचायत के डुमरा घाट में संतमत सत्संग का 29वां प्रखंड स्तरीय बार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया गया । आयोजित बार्षिक अधिवेशन में संतमत सत्संग के प्रधान आचार्य ब्रह्मऋषि पूज्यपाद स्वामी चतुरानंद जी महाराज सहित कई बरिष्ट साधु संत रायपुरा घाट पधारे हैं । बार्षिक संतमत सत्संग के आयोजन में ना सिर्फ भवानीपुर एवं रुपौली प्रखंड से काफी संख्यां में श्रद्धालु प्रवचन सुनने पहुंच रहे हैं । बल्कि जिले के कई प्रखंडों से हजारों श्रद्धालु प्रवचन सुनने पहुंच रहे हैं ।
सत्संग सुनने पहुंचे श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए आचार्य चतुरानंद जी महाराज ने कहा कि ईश्वर भक्ति में ही मानव कल्याण संभव है| मनुष्य शरीर कि सार्थकता और सफलता ईश्वर भक्ति में है| उन्होंने कहा कि जो मनुष्य शरीर पाकर भी ईश्वर भक्ति नहीं करता है उसके लिए मनुष्य शरीर नहीं पाने के समान है, फलतः उसका जीवन पशुवत हैं।श्री महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि जिस प्रकार मनुष्य तन के लिए भोजन जरुरी है| उसी प्रकार मन के लिए सत्संग अनिवार्य है | जब तक मनुष्य सत्संग एवं भगवान की स्तुति नहीं करंगे तबतक ईश्वर के प्रति श्रद्धा नहीं जगेगी और श्रद्धा के बगैर सारा प्रयास निरर्थक होगा| उन्होंने मौके पर पहुंचे श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज समाज में जितनी भी वकृति उत्पन्न हो रही है उसके लिए मनुष्य का भगवान से विमुख होना एक मात्र कारण है । भगवान से जुड़ा मनुष्य कभी गलत व्यभिचार करने कि बात तो दूर सोचने का प्रयास भी नहीं करता हैं।संतमत सत्संग के पावन मौके पर आयोजन स्थल पर भव्य पंडाल ही नहीं बल्कि काफी आकर्षक मेला भी सजाया गया है| आयोजन को सफल बनाने में समूचे रायपुरा घाट के लोगों का सराहनीय सहयोग बना हुआ है ।