किशनगंज/सिटिहलचल न्यूज़
सर्प दंश से हुई महिला की मौत के बाद गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने छतरगाछ रेफ़रल अस्पताल परिसर में मंगलवार सुबह से दोपहर 12 बजे तक जमकर बबाल काटा।परिजनों ने रात्रि में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक पर देर से आकर इलाज करने तथा सांप का जहर उतारने का सुई नहीं लगाने एवं पीड़ित महिला को अनावश्यक रूप से किशनगंज रेफर करने का आरोप लगाया है। जबकि रेफ़रल अस्तपताल के प्रभारी डॉ. रंजन कुमार ने बताया कि स्वजनो द्वारा महिला को झाड फुक के चक्कर में अस्तपताल लाने में काफी देर किया गया था। जब महिला को अस्तपताल लाया गया तो,उसकी स्थिति काफी बिगड़ गई थी। मरीज को वेंटिलेटर की आवश्यता थी जो कि अस्पताल में उपलब्ध नहीं था।इसलिए बेहतर इलाज हेतु किशनगज सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। वहीं परिजनों का आरोप है कि यदि छतरगाछ अस्पताल में प्राथमिक उपचार या एंटी वेनम इंजेक्शन दे दी जाती तो महिला की मौत नहीं होती।
बताते चले कि कोल्था पंचायत के वार्ड संख्या तीन रंगामनी सिंघीमारी गांव निवासी मुहम्मद हुसैन की पत्नी शहनाज बेगम 28 को सोमवार रात तकरीबन 12 बजे उस समय विषैला सांप डंस लिया जब महिला सोई हुई थी।सोई हुई महिला के माथे पर सांप ने डंस लिया था।परिजनों ने बताया तत्काल महिला को रेफ़रल अस्पताल छतरगाछ इलाज हेतु लाया गया।लेकिन चिकित्सक नींद से उठकर आने में विलंब कर दिया और बिना किसी इलाज के पीड़ित महिला को किशनगंज सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।इधर सदर अस्पताल पहुँचते ही महिला दम तोड़ चुकी थी। चिकित्सक ने महिला को मृत घोषित कर दिया।जिसे लेकर नाराज परिजनों ने मंगलवार सुबह को मृत महिला के साथ अस्पताल पहुंचकर जमकर बवाल काटा और रात में ड्यूटी पर तैनात रहे डॉ पंकज कुमार के खिलाफ नारे बाजी किया। परिजनों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने चिकित्सक पर कानूनी करवाई की मांग की हैं। मृत महिला अपने पीछे 4 बच्चे तीन बेटा व एक बेटी छोड़ गई जिसमे एक 24 दिन का बेटा है। इधर अस्पताल में हंगामे की खबर सुनते ही विधि व्यवस्था बनाये रखने हेतु मौके ओपी प्रभारी चंदन कुमार, एसआई शम्भू प्रसाद, पहाड़कट्टा पुलिस दल बल के पहुंच कर मामले को नियंत्रित किया।