बैसा/सिटिहलचल न्यूज़
पूर्णियाँ: बैसा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रौटा पंचायत के भुमिहीन प्राथमिक विधालय अरताहा को विधालय के पोषक क्षेत्र के ग्यारह लोगों द्वारा मिलकर जमीन दान किया गया है। जिस में मुखिया प्रतिनिधि अतीकुर्रहमान का खासा योगदान रहा। पंचायत मुखिया रफत जहाँ के निर्देश पर अमौर रजिस्ट्री ऑफिस पहुँचे मुखिया प्रतिनिधि अतीकुर्रहमान व वार्ड सदस्य मुजाहिद आलम ने बताया कि जब से अरताहा गांव के नाम विधालय आया था । तभी से भूमि को लेकर प्रयास किया जा रहा था। पहले एक ग्रामीण द्वारा 7 डिसमिल भूमि दिया भी था। परंतु कुछ समस्या के कारण रजिस्ट्री नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि इस बीच विधालय अरताहा गांव से लगभग दो किलोमीटर दूर प्राथमिक विधालय भेभरा में शिफ्ट कर चलाया जा रहा था ।
जिसके कारण गांव से अधिक दूरी होने के कारण नियमित रूप से बच्चे नहीं जा पाते थे। और जब बच्चे तैयार होते तो उनके अभिभावक उन्हें सड़क के रास्ते होकर दुर्घटना के डर से जाने नहीं देते थे। जिस कारण विधालय तो संचालित हो रहा था। पर इसका सीधा लाभ गांव के बच्चों को नहीं मिल पा रहा था। इस बात को लेकर जब मुखिया रफत जहां व प्रतिनिधि अतीकुर्रहमान से बातचीत हुई तो उन्होंने पूरे उत्साह के साथ बच्चों को शिक्षा गांव में ही मिले इसको लेकर प्रयास किया। फिर विभागीय संपर्क के साथ विधालय गांव में कच्चे मकान में चलाना शुरू हुआ। पर कुछ दिनों पहले विभागीय आदेश के आलोक में जानकारी मिली कि जिस विधालय को जमीन नहीं है।
उसे निकटवर्ती विधालय में मर्ज कर दिया जाएगा। ऐसी खबर सुन मुखिया रफत जहाँ के द्वारा एक बार फिर भूमि को लेकर प्रयास शुरू हुआ और फिर स्थानीय ग्यारह लोग मिलकर10 डिसमिल जमीन विद्यालय के नाम रेसिटर्ड कराया। भूमिदाता में तज्जमुल,मुस्तकीम,मुसफिक, मोफीज,इशहाक,मुजफ्फर,मुज्जमिल, अनवर,जुबैदा ख़ातून,प्रवीण बेगम,मुजाहिद आलम ने मिलकर अपने अपने हिस्से की जमीन को विधालय के नाम दान दिया। वहीं भूमि दान करने वाले ग्रामीणों ने बताया कि आज उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि उनकी दान की जमीन पर विधालय बनेगा । जिसमें न केवल उनके व आसपास के ग्रामीण अभिभावकों के बच्चे भी शिक्षा ग्रहण करेंगे । साथ ही उनकी आनेवाली कई पीढियां भी इस विधालय से प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करेंगे।