रूपौली। विकास कुमार झा
बिहार सरकार के स्कूलों की छुट्टियों में कटौती के फैसले को लेकर शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए प्रतियां को जलाकर विरोध किया। वही बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के रूपौली प्रखंड अध्यक्ष नीरज कुमार ने कहा कि सरकार का रवैया तानाशाही है और अब बर्दाश्त करने लायक नहीं है ,आदेशों को जबरदस्ती शिक्षकों पर थोपा जा रहा है। सरकार को तुगलकी फरमान वापिस लेना होगा।
'शिक्षकों का दोहन शोषण कर रहा शिक्षा विभाग'
इसकी जानकारी देते हुए बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पवन जायसवाल ने बताया कि शिक्षा विभाग शिक्षकों का दोहन शोषण कर रहा हैं। के के पाठक जब से आए हैं, शिक्षकों में दहशत हैं। वीसी के नाम पर 4 बजे शाम से शाम के 6 बजे तक शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है। हम सरकार से अपने अधिकार में कटौती का विरोध कर रहे है। सरकार के गलत निर्णय का विरोध कर रहे है। वही रूपौली प्रखंड क्षेत्र के सभी विद्यालयों में आदेश की प्रति जलाकर शिक्षकों ने विरोध प्रकट किया।वही बताते चलें शिक्षा विभाग की ओर से एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें रक्षाबंधन,जिउतिया विश्वकर्मा पूजा, जन्माष्टमी, गुरु नानक जयंती जैसे कई त्योहारों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है।
वही आपको यह भी बता दें 28 अगस्त से लेकर 31दिसंबर तक सरकारी विद्यालयों में लगभग 23 छुट्टी थी।जिसे कम करके शिक्षा विभाग ने 11 कर दिया है। दीपावली से छठ पूजा तक के लिए 2022 तक लगातार छुट्टियां रहतीं थीं।इस 9 दिन की छुट्टी को घटाकर सिर्फ 4 दिन का शिक्षा विभाग ने कर दिया है। दिपावली के दिन 1 छुट्टी वही छठ पूजा के समय दो दिन की छुट्टी दिया गया है।जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को बनाया गया है तब से लगातार कई तरह की फ़रमान जारी हो चुका है शिक्षा विभाग से।