मनुवादी व्यवस्था एवं संविधान को बचाने के लिए एकजुट होना पड़ेगा:प्रो.आलोक


अमौर/सनोज

पूर्णियाँ: राष्ट्रीय जनता दल द्वारा आयोजित अमौर प्रखंड में सुरहा चौक पर राजद द्वारा आयोजित अंबेडकर परिचर्चा के  राजद प्रखंड अध्यक्ष नियाज अहमद के अध्यक्षता में कार्यक्रम हुई। अंबेडकर परिचर्चा में राजद के प्रांतीय प्रशिक्षक प्रोफेसर आलोक कुमार मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए।इस अवसर पर प्रोफेसर आलोक ने कहा कि संविधान निर्माता भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचार एवं उनके द्वारा भारतीय संविधान में दिए गए समता, स्वतंत्रता भाईचारा एवं न्याय के अधिकार को भाजपा एवं आर.एस.एस के लोग खत्म करने की साजिश कर रहे हैं। पुनः देश में मनुस्मृति के विधान को लागू कर वर्ण एवं जाति भेद की व्यवस्था को पुनर्स्थापित करने के लिए साजिश रच रहा है


प्रोफेसर आलोक ने कहा की राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू जी के निर्देश पर बिहार एवं जिला से लेकर गांव स्तर तक अंबेडकर परिचर्चा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन एवं राजनीतिक तथा आर्थिक परिवर्तन की लड़ाई को मजबूती प्रदान करने के लिए राजद अभियान चला रहा है। सामाजिक न्याय एवं संप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए राजद कार्यकर्ताओं को एस.सी, एस.टी ओबीसी एवं अल्पसंख्यक समुदाय को एकजुट कर मनुवादी व्यवस्था के खिलाफ एवं संविधान को बचाने के लिए एकजुट होना पड़ेगा। भाजपा एवं आर.एस.एस के लोग देश में बेरोजगारी, शिक्षा, भुखमरी, किसानों की समस्या ,सरकारी संपत्ति को बेच कर एस.सी ,एस.टी एवं ओबीसी के आरक्षण को प्रतिदिन समाप्त कर इन समुदायों के खिलाफ साजिश को नाकाम करना होगा। प्रोफेसर आलोक ने कहा कि राजद एक अकेली पार्टी है जो दबे ,कुचले

पिछड़ें,अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अल्पसंख्यकों के हित की रक्षा के लिए डॉक्टर अंबेडकर के संविधान एवं उनके सपनों को साकार करने के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि आदरणीय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के निर्देश पर मंडल वादी ताकतों को एवं बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों पर चलने वाले लोगों को इस अभियान के तहत जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। गत दिनों जो भी कार्यकर्ता दल से बिछड़ गए हैं उन्हें एवं नए नौजवानों को राजद एकजुट कर सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए, जातीय जनगणना जैसे मुद्दे ,किसानों की समस्या, आरक्षण जैसे मुद्दे, बढ़ रहे अत्याचार, मंडल आयोग के आधार पर हिस्सेदारी की लड़ाई लड़ने का आह्वान इस परिचर्चा में किया जा रहा है। कार्यक्रम में उपस्थित मो साकिब, सम्स परवेज, पप्पू यादव, शहनवाज आलम,जुबैर आलम, मिथुन कुमार, इस्खितार आलम  वारिश आलम  ,मुनाजिर आलम आदि मौजूद थे।

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